नई दिल्ली/हैदराबाद: देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. उनके साथ ही पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह और हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने की घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है. इस बीच नरसिम्हा राव के पोते एनवी सुभाष की इस पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी की सरकार ने नरसिम्हा राव के कांग्रेस से होने के बावजूद उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया है. मैं इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं.
नरसिम्हा राव को भारत रत्न मिलने पर उनके पोते एनवी सुभाष ने कहा कि पीएम मोदी ने पीवी नरसिम्हा राव को सम्मानित किया है, हालांकि वह कांग्रेस पार्टी से हैं. अब मैं 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार खासकर गांधी परिवार को दोषी ठहराता हूं, जब यूपीए केंद्र में सरकार सत्ता में थी, भारत रत्न तो दूर, कोई पुरस्कार भी नहीं मिला. कांग्रेस पार्टी की विफलताओं के लिए नरसिम्हा राव को बलि का बकरा बनाने में गांधी परिवार की बहुत बड़ी भूमिका थी.
एनवी सुभाष ने आगे कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है, यह हमारे लिए सम्मान की बात है. इस समय, इस महत्वपूर्ण मोड़ पर जहां नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय नेता बन गए हैं और पूरी दुनिया के नेता बन गए हैं. इस समय मैं बहुत भावुक महसूस कर रहा हूं क्योंकि हम उम्मीद कर रहे थे कि भारत रत्न में देरी होगी. लेकिन भाजपा तेलंगाना के प्रयासों के कारण यह अभी हो गया. एक परिवार के सदस्य के रूप मे मैं इसे सफल बनाने के लिए भाजपा तेलंगाना को भी धन्यवाद देता हूं. हमारा सपना सच हुआ.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न दिए जाने की जानकारी दी. उन्होंने लिखा, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधान मंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव गरू ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की. उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है. उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था.
पीएम मोदी ने आगे लिखा, प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया.
Bharat Ratna: जानें अब तक कितनों को किया जा चुका है भारत रत्न से सम्मानित, देखें पूरी सूची
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