रांची: झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे में अब तक 42 लोगों को बचा लिया गया है। वही तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. 15 लोग अब भी फंसे हैं। मंगलवार को भी सेना और एनडीआरफ की टीम ने सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. सोमवार देर […]
रांची: झारखंड के देवघर में हुए रोपवे हादसे में अब तक 42 लोगों को बचा लिया गया है। वही तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. 15 लोग अब भी फंसे हैं। मंगलवार को भी सेना और एनडीआरफ की टीम ने सुबह 6 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. सोमवार देर रात करीब 6 बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. कल रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक हादसा हो गया. दरअसल एक शख्स को ट्रॉली से निकालकर हेलीकॉप्टर के अंदर लिया जा रहा था तभी शख्स का हाथ छूट गया और वह नीचे खाई में जा गिरा। हेलीकॉप्टर से गिरने की वजह से शख्स की मौत हो गई। ताजा अपडेट के अनुसार अभी 3 ट्रॉलियों में 11 लोग
फ़से हुए है. जिन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है उन सभी को देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस घटना को लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर दुख जताया साथ ही पूरे मामले की जांच की बात कही। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि त्रिकुट पहाड़ पर हुई घटना और इस में हुई मौतों पर मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाएगी।
फ़िलहाल जो लोग फंसे हुए है उन्हें लेकर उनके परिजन काफी चिंता में हैं और उन्हें निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं। ट्रॉली में फ़से लोगों तक रात में ड्रोन की मदद से पानी और खाने का सामान भेजा गया. पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम में भी मौके पर मौजूद थे। इस हादसे के कारण को लेकर डीसी ने बताया कि फ़िलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और बचाव अभियान खत्म होने के बाद ही जांच शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि पहली नजर में लगता है कि तकनीकी खराबी के चलते यह हादसा हुआ है. इस रोपवे का संचालन एक निजी कंपनी कर रही थी, जिसके कर्मचारी अभी फरार है.