दिल्ली: नई दिल्ली। दिल्ली की राजनीति में कल बड़ी हलचल देखने को मिली. उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अचानक अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दिया है. इस्तीफे के लिए उन्होंने निजी वजह बताई. लेकिन बताया जा रहा है कि मार्च 2022 से ही उनके हटने की बातें दिल्ली के गलियारों में चल रही थी. […]
नई दिल्ली। दिल्ली की राजनीति में कल बड़ी हलचल देखने को मिली. उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अचानक अपना इस्तीफा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दिया है. इस्तीफे के लिए उन्होंने निजी वजह बताई. लेकिन बताया जा रहा है कि मार्च 2022 से ही उनके हटने की बातें दिल्ली के गलियारों में चल रही थी. बहरहाल, बैजल के इस्तीफे के अब नये उप-राज्यपाल के नाम को लेकर अटकले शुरू हो गई है. देश की राजधानी और केंद्र शासित प्रदेश होने की वजह से राजनीतिक दिग्गजों की भी नजरें दिल्ली की ओर है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के इस ताकतवर संवैधानिक पद की रेस में फिलहाल 3 नाम सबसे आगे चल रहे है।
दिल्ली के नए उपराज्यपाल की रेस में दादरा नगर हवेली, दमन दीव एवं लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा भाई पटेल, पूर्व गृह सचिव राजीव महर्षि और प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व मुख्य सलाहकार रहे नृपेंद्र मिश्रा का नाम सबसे आगे चल रहा है. बताया जा रहा है कि इन सभी नामों में प्रफुल्ल पटेल के नए उपराज्यपाल बनने की सबसे ज्यादा संभावनाएं है. गौरतलब है कि प्रफुल्ल नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहने के दौरान 2010 से 2012 तक गुजरात के गृहमंत्री रह चुके हैं।
बता दें कि अनिल बैजल दिसंबर 2016 में दिल्ली के उपराज्यपाल बनाए गए थे. वे इस पद पर पिछले 5 साल से ज्यादा समय तक रहे. इसी बीच बुधवार को बैजल ने अचानक अपना इस्तीफा राष्ट्रपति कोविंद को भेज दिया।
दिल्ली के उपराज्यपाल रहने के दौरान अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच कई बार फैसलों को लेकर टकराव देखा गया. इस दौरान राजभवन और राज्य सरकार के बीच की तकरार मीडिया के बीच जमकर सुर्खियां भी बनी. दिल्ली की राजनीति पर नजर रखने वाले बताते है कि उप राज्यपाल बैजल और मुख्यमंत्री केजरीवाल के बीच संबंध कभी भी सामान्य नहीं रहे. दोनों के बीच हमेशा 36 का आंकड़ा रहा।