नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार कैबिनेट में बड़ा फेरबदल करने जा रही है। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद अब दो नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी ने सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना को मंत्री बनाने का फैसला […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार कैबिनेट में बड़ा फेरबदल करने जा रही है। मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद अब दो नए चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी ने सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना को मंत्री बनाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दोनों नए मंत्रियों के नाम का प्रस्ताव उप राज्यपाल वीके सक्सेना को भेज दिया है। एलजी की मंजूरी के बाद दोनों विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे।
आतिशी मार्लेना दक्षिणी दिल्ली के कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने मनीष सिसोदिया के साथ शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है। बताया जाता है कि दिल्ली के जिस शिक्षा मॉडल को केजरीवाल सरकार अपनी सबसे बड़ी सफलता के रूप में पेश करती है, उसमें आतिशी ने पर्दे के पीछे बड़ी भूमिका निभाई थी। पार्टी की स्थापना के वक्त से ही आतिशी केजरीवाल की भरोसेमंद हैं। फिलहाल दिल्ली सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं है, आतिशी को कैबिनेट में शामिल करके सीएम केजरीवाल इस कमी को पूरा कर लेंगे।
बता दें कि, सौरभ भारद्वाज केजरीवाल की पहली सरकार में भी मंत्री पद संभाल चुके हैं। सौरभ ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट से विधायक हैं और इस वक्त वह जलबोर्ड के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में सौरभ भारद्वाज काफी मजबूती से आम आदमी पार्टी का पक्ष रखते हैं। उनके पास सत्ता और संगठन दोनों के लिए काम करने का अनुभव है। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का भरोसेमंद होने के साथ ही सौरभ की AAP कार्यकर्ताओं के बीच भी अच्छी पहुंच है।
गौरतलब है कि, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद केजरीवाल कैबिनेट में नए मंत्रियों के लिए जगह बनी है। जहां सत्येंद्र जैन पिछले साल मई से ही जेल में बंद हैं, वहीं मनीष सिसोदिया को रविवार को शराब घोटाले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया। इसके बाद मंगलवार शाम दोनों ने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद केजरीवाल सरकार में अभी सिर्फ तीन मंत्री बचे हैं, जिनमें कैलाश गहलोत, गोपाल राय और राजकुमार आनंद का नाम शामिल हैं। राजकुमार आनंद को भी अभी हाल ही में राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में शामिल किया गया है।
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