नई दिल्ली: दिल्ली मेयर चुनाव के लिए तीसरी बार उपराज्यपाल ने तारीख फ़ाइनल कर दी है. अब आगामी 6 फरवरी को दिल्ली मेयर चुनाव करवाए जाएंगे. जहां आज(1 फरवरी) को दिल्ली के LG ने मेयर चुनने के लिए MCD हाउस सत्र बुलाने की मंजूरी दी है. आज से पांच दिन बाद एक बार फिर दिल्ली […]
नई दिल्ली: दिल्ली मेयर चुनाव के लिए तीसरी बार उपराज्यपाल ने तारीख फ़ाइनल कर दी है. अब आगामी 6 फरवरी को दिल्ली मेयर चुनाव करवाए जाएंगे. जहां आज(1 फरवरी) को दिल्ली के LG ने मेयर चुनने के लिए MCD हाउस सत्र बुलाने की मंजूरी दी है. आज से पांच दिन बाद एक बार फिर दिल्ली मेयर चुनाव संपन्न करनवाने के लिए MCD हाउस सत्र बुलाया जाएगा. बता दें, दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल के सामने मेयर चुनाव को लेकर तीन तारीखों का प्रस्ताव रखा था. दिल्ली सरकार की मांग थी कि उपराज्यपाल 3, 4 या 6 फरवरी को मेयर का चुनाव करवाने के लिए सदन बुलाएं. इसी कड़ी में अब दिल्ली उपराज्यपाल ने 6 फरवरी को मेयर चुनाव करवाने का ऐलान कर दिया है.
दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल को जो प्रस्ताव दिया था उसमें कहा था कि 3, 4 या 6 फरवरी को मेयर का चुनाव करवाने के लिए सदन बुलाएं. बता दें, ये प्रस्ताव उस समय आया था जब MCD ने पहले ही 10 फरवरी का प्रस्ताव दिल्ली सरकार को भेज दिया था. ऐसे में दिल्ली सरकार और एमसीडी के बीच तारीखों को लेकर भी अलग विवाद सामने आता दिख रहा था. लेकिन अब तरीख के ऐलान के बाद ही ये विवाद भी टल गया है.
बता दें, पहले ही एमसीडी सदन दो बार स्थगित हो चुका है. पहली बार आप और बीजेपी पार्षदों के बीच में हाथापाई की नौबत तक आ गई थी इस वजह से मेयर चुनाव स्थगित करना पड़ा. वहीं दूसरी बार पहले किसे शपथ दिलवाई जाए, इस बात को लेकर भी विवाद हो गया. यह विवाद भी चुनाव के लिए चुनौती बनकर सामने आया जहां दूसरी बार भी सदन स्थगित कर दिया गया. ऊपर प्रपोजल बनाम प्रपोजल की जंग ने अब मेयर चुनाव को और भी ज़्यादा खींच दिया है.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि हार के डर से बार-बार बीजेपी मेयर का चयन नहीं होने दे रही है. इसी कारण पार्टी ने 70 विधानसभाओं में एक पदयात्रा भी निकाली थी. आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने मेयर चुनाव के बाद सड़कों पर उतारकर भाजपा के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए ये पदयात्रा निकाली थी. आम आदमी पार्टी का कहना था कि बार-बार गुंडागर्दी की साजिश करके भाजपा मेयर का चुनाव नहीं होने दे रही है. ऐसे में लोगों के जनादेश और उनके समय दोनों को बर्बाद किया जा रहा है.