मुंबई, एक ओर जहां शिंदे गुट के नेताओं को डिप्टी स्पीकर के अयोग्य पत्र से राहत मिल गई है. वहीं दूसरी ओर खबरें हैं कि जल्द ही महाराष्ट्र में शिवसेना को राज्यपाल फ्लोर टेस्ट के लिए कह सकती है. इसी बीच शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर का बड़ा बयान सामने आ रहा है.
उनके इस बयान से किसी हद तक स्थिति भी साफ़ दिखाई दे रही है कि आखिर शिंदे गुट के नेता क्या चाहते हैं. उन्होंने कहा, हम (एकनाथ शिंदे गुट) राज्य में शिवसेना और बीजेपी की सरकार चाहते हैं. अगर प्रदेश में बेहतर सरकार बनेगी तो बेहतर काम होगा. केसरकर ने आगे कहा कि इस समय महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में है. ऐसे में उद्धव ठाकरे सरकार को हार मान लेनी चाहिए और उन्हें अपने सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
महाराष्ट्र की सियासत में अब शिवसेना के लिए अटकलें और भी बढ़ सकती हैं. खबर सामने आ रही है कि जल्द ही शिंदे गुट असली शिवसेना होने का दावा कर सकता है. जानकारी के अनुसार बागी नेता एकनाथ शिंदे अपने दो तिहाई विधायकों के समर्थन के साथ राज्यपाल से अविश्वास प्रस्ताव की मांग कर सकते हैं. बता दें, आज अयोग्य प्रस्ताव पर शिंदे गुट को सुप्रीम कोर्ट की ओर से बड़ी राहत मिली है.
जहां उनके खिलाफ डिप्टी स्पीकर देवरा लाए गए अयोग्य पत्र को 11 जुलाई के लिए खारिज कर दिया गया है. इस पत्र में एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों से पार्टी की मीटिंग में शामिल न होने पर लिखित जवाब माँगा गया था. जिसे आज यानी सोमवार के दिन देना था. लेकिन इस बीच बागी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटा दिया और यह प्रस्ताव 11 जुलाई के लिए रोक दिया गया है.
सुप्रीम कोर्ट के इसी फैसले को लेकर एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया है. शिंदे ने इस ट्वीट में कहा कि ‘यह हिंदुत्व के सम्राट बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व और धर्मवीर आनंद दिघे साहेब के विचारों की जीत है..!’ वहीं शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने कहा कि ‘महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में है. उद्धव ठाकरे सरकार को इस समय हार मान लेनी चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए.’
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