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गाजियाबादः अतीक को भारत रत्न देने की मांग करने वाला कांग्रेस का पार्षद उम्मीदवार हिरासत में

प्रयागराज: 40 साल से उत्तर प्रदेश में अपना माफिया राज चलाने वाला अतीक अहमद अब अतीत बन चुका है. बीते शनिवार(15 अप्रैल) की रात को तीन बदमाशों ने दोनों माफिया भाइयों की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी. लेकिन अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में हुई हत्या ने प्रशासन पर […]

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गाजियाबादः अतीक को भारत रत्न देने की मांग करने वाला कांग्रेस का पार्षद उम्मीदवार हिरासत में
  • April 19, 2023 3:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

प्रयागराज: 40 साल से उत्तर प्रदेश में अपना माफिया राज चलाने वाला अतीक अहमद अब अतीत बन चुका है. बीते शनिवार(15 अप्रैल) की रात को तीन बदमाशों ने दोनों माफिया भाइयों की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी. लेकिन अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में हुई हत्या ने प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.

मुलायम सिंह से की थी तुलना

इस हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस अब और भी शख्त होकर कार्रवाई कर रही है. जहां मामले से जुड़ी किसी भी कड़ी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा रहा है. इसी कड़ी में खबर आ रही है कि माफिया अतीक अहमद को भारत रत्न देने की मांग करने वाला व्यक्ति भी पुलिस की हिरासत में आ गया है. बता दें, हत्याकांड के बाद गाज़ियाबाद में कांग्रेस के पार्षद उम्मीदवार राजकुमार ने गैंगस्टर अतीक अहमद को भारत रत्न देने की मांग की थी. अब कांग्रेस प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल वह पुलिस की हिरासत में है. कोतवाली थाने में आरोपी शख्स से पूछताछ की जा रही है.

माफिया को बताया था शहीद

गौरतलब है कि पुलिस कस्टडी में मौत के घाट उतारे गए माफिया अतीक अहमद को लेकर विपक्ष ने भी सरकार पर जमकर निशाना बोला है. जहां कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार उर्फ रज्जू भैया ने तो अतीक को शहीद बताते हुए उसके शव पर तिरंगा रखने की बात कह डाली थी. साथ ही रज्जू भैया ने आरोप लगाया था कि अतीक की हत्या योगी सरकार ने करवाई है इसलिए सीएम योगी को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. आगे वह कहते हैं कि यदि मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण मिल सकता है तो अतीक अहमद को भारत रत्न मिलना चाहिए.

दो दिन के अंदर ढेर हुआ अतीत साम्राज्य

बता दें कि अतीक के मारे जाने से दो दिन पहले ही उसका तीसरे नंबर के बेटे असद का एनकाउंटर हुआ था। दरअसल असद उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और वो इस हत्या के बाद से लगातार फरार चल रहा था। यूपी पुलिस उसके नाम 5 लाख के इनाम की घोषणा भी की थी। इसी क्रम में जब पुलिस को ये सूचना मिली कि असद झांसी में है तो पुलिस टीम ने वहां दबिश की और असद अहमद एनकाउंटर में मारा गया।

 

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