नई दिल्ली: शुक्रवार (2 जून) को ओडिशा के बालासोर में हुआ भीषण ट्रेन हादसा अब तक 288 लोगों की जान ले चुका है. इस हादसे में 1100 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. इस दौरान ट्रेन नंबर 18641-कोरोमण्डल एक्सप्रेस बुरी तरह से प्रभावित हो गई थी. हालांकि भीषण हादसे […]
नई दिल्ली: शुक्रवार (2 जून) को ओडिशा के बालासोर में हुआ भीषण ट्रेन हादसा अब तक 288 लोगों की जान ले चुका है. इस हादसे में 1100 से अधिक लोग घायल हुए हैं जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. इस दौरान ट्रेन नंबर 18641-कोरोमण्डल एक्सप्रेस बुरी तरह से प्रभावित हो गई थी. हालांकि भीषण हादसे का शिकार होने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस एक बार फिर पटरी पर दौड़ने के लिए तैयार हो गई है.
हादसे के पांच दिन बाद यानी 7 जून को 18641-कोरोमंडल एक्सप्रेस एक बार फिर खुलने जा रही है. जानकारी के अनुसार बुधवार को ये ट्रेन शालीमार (पश्चिम बंगाल ) रेलवे स्टेशन से दोपहर 3.20 पर रवाना होगी. शाम 6 .32 बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी. घटना स्थल की पटरियों पर एक बार फिर ट्रेन संचालन शुरू होने जा रहा है.
पिछले शुक्रवार को बालासोर में रेल हादसा हो 275 लोगों की मृत्यु हो गई थी. आज यानी 6 जून को मृतकों की संख्या बढ़कर 288 हो गई है. हादसे में घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अभी भी 83 शवों की पहचान नहीं हो पाई है.
ममता बनर्जी 6 जून यानी मंगलवार को बालासोर ट्रेन हादसे में घायल हुए यात्रियों से मिलने कटक अस्पताल पहुंची हैं. यहां पर उन्होंने कहा है कि अभी विवाद करने का समय नहीं है, हम सभी बस इतना चाहते हैं कि हादसे का सच जल्द से जल्द सामने आए.
बंगाल सीएम ने आगे कहा कि, ‘ हादसे में जिन भी लोगों का हाथ-पैर कटा है, हम उनको नौकरी देंगे. इसके साथ मृतकों के परिजन को भी नौकरी दी जाएगी. सीबीआई की जांच पर अभी कुछ नहीं कहना है, काफी लोग हादसे में मारे गए हैं. सच्चाई तो सामने आनी चाहिए. फिलहाल अभी पीड़ित परिवारों की मदद करने का वक्त है.’
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