कांग्रेस चिंतन शिविर: जयपुर। राजस्थान के जयपुर में आज देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरू हो गया. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई दिग्गज नेता इस आत्ममंथन शिविर में मौजूद है.इस दौरान कांग्रेस नेता अजय माकन ने आज […]
जयपुर। राजस्थान के जयपुर में आज देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरू हो गया. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई दिग्गज नेता इस आत्ममंथन शिविर में मौजूद है.इस दौरान कांग्रेस नेता अजय माकन ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिविर में लिए गए फैसले के बारे में मीडिया को जानकारी दी. माकन ने कहा कि शिविर में एकमत से फैसला लिया गया है कि अब किसी भी नेता के रिश्तेदार या परिवार में टिकट वितरण से पहले कई बातों का ध्यान रखा जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजय माकन ने बताया कि चिंतन शिविर में मौजूद सभी लोगों के बीच एकमत से इस प्रस्ताव पास किया गया कि अब पार्टी के नेताओं के परिवार के सदस्यों या रिश्तेदारों को टिकट देने से पहले इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि उसने कांग्रेस में कम से कम 5 साल काम किया हो।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने आगे कहा कि कोई भी व्यक्ति जो 5 साल से किसी पद पर है. उसे वो पद छोड़ना होगा और उस व्यक्ति को उसी पद पर वापस आने के लिए कम से कम 3 साल की कूलिंग अवधि होगी. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को 5 वर्ष से अधिक समय तक एक ही पद नहीं रहेगा।
बता दें कि कांग्रेस चिंतन शिविर में अभी और भी कई बड़े फैसले लेने उम्मीद जताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक इस शिविर में इलेक्शन कैंपेन को मैनेज और कोऑर्डिनेट करने के लिए इलेक्शन विंग बनाने के बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस विंग के लिए एक जनरल सेक्रेटरी भी नियुक्त किया जाएगा।
गौरतलब है कि बीते दिनों दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व अध्य्क्ष राहुल गांधी को भारत दौरा करने का सुझाव दिया था. उनका कहना है कि राहुल के देशभर के दौरा से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा और संगठन को मजबूती मिलेगी।