नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रविवार को बड़ी राहत मिली है जहां कांग्रेस ने केंद्र सरकार के लाए गए अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दे दिया है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से AAP और कांग्रेस के बीच वॉकयुद्ध छिड़ा हुआ था. अब कांग्रेस ने भी आम […]
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रविवार को बड़ी राहत मिली है जहां कांग्रेस ने केंद्र सरकार के लाए गए अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दे दिया है. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से AAP और कांग्रेस के बीच वॉकयुद्ध छिड़ा हुआ था. अब कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ लाए गए केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ अपना समर्थन दे दिया है. केसी वेणुगोपाल ने बताया है कि अध्यादेश को लेकर हमारा रुख स्पष्ट है. दिल्ली में केंद्र के अध्यादेश का हम संसद में विरोध करेंगे.
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने भी इस संबंध में एक ट्वीट शेयर किया है. उन्होंने इस ट्वीट में लिखा है, कांग्रेस ने दिल्ली अध्यादेश का स्पष्ट विरोध करने की घोषणा कर दी है. बता दें, आज ही आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी PAC की अहम बैठक होने वाली थी. इस बैठक में विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने को लेकर रणनीति तय होनी थी.
दरअसल लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी गैर भाजपाई पार्टियों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा तो खोल लिया था लेकिन कांग्रेस और आप के बीच की तल्खी बार-बार विपक्ष में फूट डलने की ओर इशारा कर रही थी. पिछले महीने पटना में ही विपक्षी दलों की बैठक में भी ये तल्खी साफ़ दिखाई दे रही थी. जहां दबे स्वर में आम आदमी पार्टी के पीछे हटने की चर्चा हो रही थी. इसके पीछे का कारण कांग्रेस का केंद्र के अध्यादेश पर अस्पष्ट रुख था जो अब साफ़ हो गया है. कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन तब दिया है जब कल यानी 17 जून को बेंगलुरु में विपक्षी पार्टियों की दूसरी बैठक होने जा रही थी. ऐसे में विपक्षी एकता को एक बार फिर बल मिला है. अब आम आदमी पार्टी पूरी तरह सहमति से विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हो सकेगी.