Raipur Dharm Sansad controversy: रायपुर Raipur धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर की गई संत कालीचरण की अमर्यादित टिप्पणी की हर ओर निंदा हो रही है। अब इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने सवाल किया कि राष्ट्रपिता महात्मा […]
रायपुर Raipur धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर की गई संत कालीचरण की अमर्यादित टिप्पणी की हर ओर निंदा हो रही है। अब इस मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने सवाल किया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान पर बीजेपी मौन क्यूं है? बघेल ने संत कालीचरण की तुलना एक गुंडे से की। अपने बयान में उन्होने रायपुर धर्म संसद के आयोजकों पर भी कार्रवाई करने की बात कही।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि ये धरती गुरु घासीदास की है। यहां उत्तेजक या हिंसात्मक बातें बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। सोमवार को उन्होंने हिंदी में एक ट्वीट किया जिसमें लिखा था कि ‘बापू को गाली देकर और समाज में जहर फैलाकर, यदि कोई पाखंडी सोचता है कि वह अपने इरादे में कामयाब होगा तो, यह उसका भ्रम है। उनके आकाओं को भी सुन लेना चाहिए कि जो भी भारत व सनातन संस्कृति की आत्मा को ठेस पहुंचाने की कोशिश करेगा, न तो संविधान उसे बख्शेगा और न ही जनता उसे मंजूर करेगी।
सीएम बघेल के अनुसार, समाज में जहर घोलने की कोशिश करने वालों को बख्शा नही जाएगा। प्रशासन की ओर से कड़े से कड़ा कदम उठाया जाएगा। अभी तो संत कालीचरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, विवेचना होने के बाद कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि एसी घटनाओं पर कार्यक्रम के आयोजकों की भी पूरी जिम्मेदारी बनती है। पूरी जांच के बाद, यदि उनका दोष भी पाया जाता है तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बीत रविवार को रायपुर में आयोजित धर्मसंसद में संत कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होने बापू की हत्या को सही ठहराते हुए हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन भी किया था। इस विवादित टिप्पणी के लिए उनके खिलाफ रायपुर के थाना टिकरापारा में धारा 505(2), और धारा 294 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर किया गया है। यह मुद्दा सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा में भी उठा और संत की कड़ी आलोचना की गई।