भारत के विभिन्न राज्यों में हिंदू ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया जा रहा है और वहां से आए दिन साधु संतो के विवादित बयान controversial speech सुनने को मिल रहे हैं। ताजा मामला छत्तीसगढ़ chhattisgarh की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद का है। बीते रविवार इस आयोजन का समापन हो गया। लेकिन धर्म संसद […]
भारत के विभिन्न राज्यों में हिंदू ‘धर्म संसद’ का आयोजन किया जा रहा है और वहां से आए दिन साधु संतो के विवादित बयान controversial speech सुनने को मिल रहे हैं। ताजा मामला छत्तीसगढ़ chhattisgarh की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद का है। बीते रविवार इस आयोजन का समापन हो गया। लेकिन धर्म संसद के आखिरी दिन संत कालीचरण ने ऐसा अमर्यादित भाषण दिया जिसकी वजह से वह कांग्रेस समेत अन्य दलों के निशाने पर आ गए। कालीचरण ने देश के राषट्रपिता को लेकर न सिर्फ अभोभनिय भाषा का प्रयोग किया बल्कि उनकी हत्या को भी सही ठहराया। कालीचरण ने नाथूराम गोडसे की सराहना की।
संत कालीचरण ने अपने भाषण में कहा कि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से देश पर कब्जा करना है। हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में किया था। इससे पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर भी उनका कब्जा हो गया था। साथ ही राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था। मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि जिन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की।
कालीचरण ने हिंदू महिलाओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हमारे घरों की महिलाएं बहुत अच्छी और सभ्य हैं और वे मतदान के लिए नहीं जाती हैं। जब सामूहिक दुष्कर्म होंगे तो उनका क्या होगा। महामूर्खों, मैं उन लोगों से कह रहा हूं जो वोट देने के लिए निकलते। उन्होंने उपस्थित लोगों से सवाल करते हुए कहा कि हमारा मुख्य कर्तव्य क्या है- धर्म की रक्षा करना। हमें सरकार में एक कट्टर हिंदू राजा चुनना चाहिए, भले ही वह कोई भी हो।
राष्ट्रपिता के लिए ऐसा विवादित बयान देकर कालीचरण कांग्रेस समेत अन्य दलों के निशाने पर आ गए। सभी ने उनकी तीखी आलोचना की। इस दौरान कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा कि यह भगवाधारी फ्रॉड राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को खुलेआम गालियां दे रहा है, इसे तत्काल अंदर करना चाहिए। गांधी जी से किसी को वैचारिक मतभेद हो सकता है, किंतु उनका अपमान करने का हक किसी को नहीं है। यह अक्षम्य अपराध है।
यह भगवाधारी फ़्रॉड राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को सरेआम गालियाँ दे रहा है, इसे तत्काल अंदर करना चाहिए।
गाँधी जी से किसी को वैचारिक मतभेद हो सकता है,पर उनका अपमान करने का हक किसी को नहीं है।
यह अक्षम्य अपराध है।pic.twitter.com/ToQF1ZC8AJ— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) December 26, 2021
महाराष्ट्र सरकार में ऊर्जा मंत्री, शिवसेना नेता डॉ नितिन राउत ने पीएम मोदी को घेरते हुए एक ट्वीट किया ”ये कैसा देश बना दिया नरेंद्र मोदी जी आपने? जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को खुले मंच से गालियां दी जा रही हैं और सामने बैठे लोग तालियां पीट रहे हैं। उन्होंने मांग की कि इनपर देशद्रोह लगा दें, यही बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
ये कैसा देश बना दिया नरेंद्र मोदी जी आपने? जहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को खुले मंच से गालियां दी जा रही और सामने बैठे लोग तालियां पीट रहे हैं।
इनपर देशद्रोह लगा दें यही बापू को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। pic.twitter.com/94KXkOkBkA
— Dr. Nitin Raut 🇮🇳 (@NitinRaut_INC) December 26, 2021
आरसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बापू की आत्मा से माफी मांगते हुए कहा, ”सत्य, अहिंसा को झूठे और हिंसक कभी हरा नहीं सकते। बापू हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं। साथ ही उन्होंने महंत रामसुंदर का एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें वे कालीचरण का विरोध करते दिखाई पड़ रहे हैं।
सतय , अहिंसा को झूठे और हिंसक कभी हरा नही सकते, बापू हम शरमिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं । https://t.co/D5TPlAGKnq
— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) December 26, 2021
बता दें, कालीचरण के विवादित बोलों से पूर्व विधायक और छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास खासा क्षुब्ध हो गए थे। उन्होंने गुस्से में यह कहते हुए मंच छोड़ दिया था वह अगले साल धर्म संसद का हिस्सा नही बनेंगे क्योंकि यहां महात्मा गांधी के खिलाफ अशोभनीय बातें कही गई हैं। साथ ही उन्होने कालीचरण के महंत होने पर ही सवाल उठाए थे।