गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश पुलिस को रविवार कामयाबी मिली है जहां ऑनलाइन गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए बच्चों का धर्म परिवर्तन रैकेट चलाने का आरोपी शाहनवाज खान उर्फ बद्दो पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. बद्दो को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने जानकारी दी कि उसे अलीबाग शहर से […]
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश पुलिस को रविवार कामयाबी मिली है जहां ऑनलाइन गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए बच्चों का धर्म परिवर्तन रैकेट चलाने का आरोपी शाहनवाज खान उर्फ बद्दो पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. बद्दो को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने जानकारी दी कि उसे अलीबाग शहर से गिरफ्तार किया गया है जो मूल रूप से ठाणे जिले के मुंब्रा का रहने वाला है. बता दें, गाज़ियाबाद पुलिस को काफी समय से उसकी तलाश थी.
दरअसल पिछले दिनों एक ऑनलाइन गेमिंग एप्लीकेशन के जरिए धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया था. इस पूरे मामले में इसमें शाहनवाज खान और गाजियाबाद की एक मस्जिद के मौलवी का नाम सामने आया था. दोनों के खिलाफ अवैध धर्मांतरण निषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी भी दर्ज़ की गई थी पुलिस ने बताया कि पिछले महीने गाजियाबाद के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हाल ही में मौलवी और बद्दो ने 12वीं पास करने वाले उसके बेटे का धर्मांतरण करवाया था. इसके बाद ये मामला सामने आया और पूरे खेल का पर्दाफाश हुआ.
शिकायतकर्ता का आरोप था कि उसका बेटा एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप की वजह से बद्दो से मिला और उससे बातचीत करने लगा. धीरे-धीरे उसका रुझान इस्लाम की ओर बढ़ने लगा और कुछ ही समय बाद लड़के ने इस्लाम कबूल करने की बात अपने पिता को बताई.
पुलिस ने बताया कि बद्दो बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था इसके बाद मुंब्रा पुलिस ने अलीबाग पुलिस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चलाया जिसके तहत उसे गिरफ्तार किया गया. उसकी कॉल डिटेल से उसकी लोकेशन का पता चला जिसके बाद वह एक लॉज में जाकर छिप गया. इसके बाद पुलिस उस लॉज में पहुंची जहां रात भर चेकिंग चली और बद्दो को हिरासत में लिया गया.
पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि साल 2021 में फोर्टनाइट गेमिंग ऐप के जरिए एक-दूसरे से बातचीत शुरू की. इस दौरान वह बातचीत के समय डिस्कॉर्ड का इस्तेमाल करने लगे और फिर फ़ोन पर बातचीत आगे बढ़ी. 2021 के दिसंबर में उन्होंने फोर्टनाइटके बाद वेलोरेंट गेम का इस तेमाल किया. इसपर शाहनवाज की अच्छी रैंकिंग थी जिससे प्रभावित होकर लड़के उससे बातचीत किया करते थे. इस दौरान शाहनवाज लड़कों को बरगलाया करता और चैट में इस्लाम में शामिल होने के फायदे गिनाता था. इसी तरह वह नाबालिग लड़कों को अपने जाल में फंसा रहा था और इस्लाम कबूल करवा रहा था. वह इस तरह की बातें किया करता कि अगर कोई लड़का आयत पढ़ेगा तो वो जीत जाएगा और कम उम्र के बच्चे उसके इस जाल में फंस जाते थे.
ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने PM मोदी को लिखा पत्र, पूछे ये सवाल
बालासोर ट्रेन हादसे पर दिग्विजय सिंह ने सरकार पर साधा निशाना, रेल मंत्री का मांगा इस्तीफा