लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का आज 68वां जन्मदिवस है. इस मौके पर देशभर में बीएसपी कार्यकर्ता अपनी सुप्रीम के जन्मदिवस को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मना रहे हैं. इस बीच मायावती ने प्रेस वार्ता कर आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने […]
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का आज 68वां जन्मदिवस है. इस मौके पर देशभर में बीएसपी कार्यकर्ता अपनी सुप्रीम के जन्मदिवस को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मना रहे हैं. इस बीच मायावती ने प्रेस वार्ता कर आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि बहुजन समाज पार्टी 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और बेहतर परिणाम लाएगी.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि हाल ही में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को लेकर जिस प्रकार से सपा मुखिया ने हमारी पार्टी लोगों को गुमराह करने के लिए गिरगिट की तरह रंग बदला है, उससे बहुजन समाज के लोगों को सावधान हो जाना चाहिए. मायावती ने आगे कहा कि बसपा आगामी लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी. उन्होंने कहा कि गठबंधन में चुनाव लड़ने पर साथ वाली पार्टी को ही फायदा होता है, हमें नहीं. इसलिए बीएसपी अब अकेले चुनाव लड़ेगी.
इसके साथ ही मायावती ने कहा कि गठबंधन को लेकर हमारी पार्टी के लोगों का मानना है कि इस मामले में अभी तक का जो अनुभव रहा है, उसमें गठबंधन से हमें फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है. इससे हमारी पार्टी का वोट प्रतिशत भी कम हो जाता है. गठबंधन करने वाली दूसरी पार्टी को हमसे ज्यादा फायदा होता है. यही वजह है कि अधिकांश पार्टियां आज बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहती हैं. लेकिन हमें बीएसपी का भी फायदा देखना है. इस वजह से हम आगामी लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ेंगे.
मायावती ने आगे कहा कि यूपी में बीएसपी ने लोगों के हित में काम किए. उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में उनकी सरकार के दौरान लाई गईं योजनाओं की नकल की जा रही है. फ्री राशन देकर गुलाम बनाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि बसपा ने अपनी सरकार के दौरान लोगों को अपने पैरों पर खड़ा किया था. मायावती ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से केंद्र-राज्य सरकार धर्म-संस्कृति की आड़ में सियासत कर रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि सांप्रदायिक राजनीति से गरीबों का भला नहीं होगा.
मायावती बड़ी नेता, उनका सम्मान करना चाहिए… सपा नेताओं को अखिलेश यादव की नसीहत