ब्रिटिश प्रधानमंत्री का भारत दौरा: नई दिल्ली। भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात हैदराबाद हाउस में हुई. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. मुलाकात के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षोंने संयुक्त […]
नई दिल्ली। भारत के दो दिवसीय दौरे पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात हैदराबाद हाउस में हुई. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. मुलाकात के बाद दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षोंने संयुक्त वक्तव्य में अपने बयान दिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात के बाद दिए अपने बयान में रूस यूक्रेन युद्ध की बात करते हुए कहा कि इस जंग का समाधान बातचीत से होना चाहिए. उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान के शासन का जिक्र करते हुए कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।
इस मुलाकात के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उनके बहुत अच्छे दोस्त है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अभिनेता अमिताभ बच्चन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वो दोनों ब्रिटेन में बहुत मशहूर है।
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति भवन पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया. इस सम्मान के बाद उन्होंने कहा कि इस शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद. मुझे लगता है कि आज भारत और ब्रिटेन के संबंध पहले से ज्यादा मजबूत है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने अपने दो दिवसीय भारत दौरे के पहले दिन गुजरात में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. उन्होंने भारत के उद्योगपतियों के साथ बैठक की. इसके बाद वो महात्मा गांधी के आश्रम साबरमती गए. जहां पर उन्होंने चरखा भी चलाया. इस दौरान उन्होंने आगंतुक पुस्तिका में एक संदेश भी छोड़ा, जिसमें कउन्होंने लिखा कि इस असाधारण व्यक्ति के आश्रम मंी आना एक बहुत बड़ा सौभाग्य है, और यह समझने के लिए कि उन्होंने दुनिया को बेहतर बनाने के लिए सत्य और अहिंसा के ऐसे सरल सिद्धांतों को कैसे संगठित किया।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अपने भारत दौरे के पहले दिन गुरूवार को गुजरात के वडोदरा के हलोल में बुलडोजर बनाने वाली जेसीबी यूनिट का उद्घाटन किया. ब्रिटिश मूल की कंपनी जेसीबी की ये भारत में छठी उत्पादन यूनिट है. इसकी लागत 650 करोड़ रुपये है. बता दें कि भारत की राजनीति में इस वक्त बुलडोजर को लेकर काफी बहस छिड़ी हुई. देश के कई राज्यों की सरकार और दिल्ली नगर निगम इसका इस्तेमाल अवैध कब्जों के खिलाफ कर रही है।