Indore: इंदौर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर(kashi vishwanath corridor) का हवाला देते हुए भाजपा सांसद हेमा मालिनी(Hema Malini) ने अपने निर्वाचन क्षेत्र मथुरा में एक भव्य मंदिर बनाए जाने की उम्मीद जताई है। रविवार को इंदौर पहुंची हेमा मालिनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘प्यार और स्नेह के प्रतीक भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में […]
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर(kashi vishwanath corridor) का हवाला देते हुए भाजपा सांसद हेमा मालिनी(Hema Malini) ने अपने निर्वाचन क्षेत्र मथुरा में एक भव्य मंदिर बनाए जाने की उम्मीद जताई है। रविवार को इंदौर पहुंची हेमा मालिनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘प्यार और स्नेह के प्रतीक भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में एक भव्य मंदिर होना चाहिए। यहां एक मंदिर पहले से ही है और मोदी जी द्वारा विकसित काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह इसे नया रूप दिया जा सकता है।
एक सवाल के जवाब में बीजेपी की सासंद ने कहा, ‘राम जन्मभूमि और काशी के कायाकल्प के बाद स्वाभाविक रूप से मथुरा भी बहुत महत्वपूर्ण है.’ उसका भी उद्धार बनता है, जो कि अभी तक नहीं हुआ। मथुरा की सांसद होने के नाते मैं कहना चाहूंगी कि यहां भी कृष्ण का भव्य मंदिर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ का कायाकल्प और पुनर्विकास बहुत कठिन था। यह मोदी जी की दूरदर्शिता को दर्शाता है। मथुरा में भी ऐसा ही होगा।
#WATCH | Being the MP of Mathura, which is the birthplace of Lord Krishna, I will say that there should be a grand temple. A temple is already there and can be beautified like Modi Ji developed Kashi Vishwanath corridor: BJP MP Hema Malini in Indore (19.12.2021) pic.twitter.com/91N7jeiw8d
— ANI (@ANI) December 20, 2021
हेमा मालिनी से पहले भी मथुरा में मंदिर बनाने की मांग उठती रही है। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा था कि राम की भूमि में तो भव्य मंदिर बन गया है, पर कृष्णा की भूमि में कुछ बड़ा होना चाहिए। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह और बलिया से बीजेपी सांसद रवींद्र कुशवाहा ने भी इसी तरह का बयान दिया था। इससे पहले यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी ट्वीट कर मथुरा में मंदिर की तैयारी का जिक्र कर चुके हैं।
बता दें की कृष्ण मंदिर पर विवाद पिछले साल मथुरा जिला अदालत में एक मुकदमा दायर होने के बाद शुरू हुआ था, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद स्थल भगवान कृष्ण का जन्मस्थान है। ये अपील लखनऊ के एक वकील और पांच अन्य लोगों द्वारा दायर की गई थी। एक स्थानीय अदालत 17वीं सदी की मस्जिद को ‘हटाने’ की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।