Delhi News भाजपा BJP के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होने दिल्ली के कलावती सरन अस्पताल में चार महीने पहले हुए तीन बच्चों की मौत के मामले में केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उनके हाथ खून से रंगे हैं। […]
भाजपा BJP के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दिल्ली सरकार को आड़े हाथों लेते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होने दिल्ली के कलावती सरन अस्पताल में चार महीने पहले हुए तीन बच्चों की मौत के मामले में केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उनके हाथ खून से रंगे हैं।
आपको बता दें कि करीब चार महीने पहले तबीयत बिगड़ने के कारण 16 बच्चों को कलावती सरन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनमें से तीन बच्चों की मौत हो गई थी, जिसका कारण एक कफ सीरप का दुष्प्रभाव बताया गया था। डेक्सट्रोमेथार्फन (Dextromethorphan) नाम का ये कफ सीरप बच्चों को नजदीकी मोहल्ला क्लिनिक से मिला था। इस घटना के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने सीरप की जांच की थी। जिसमें सीरप की क्वालिटी ठीक नहीं पाई गई है।
मामले की जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद अमित मालवीय ने केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाते हुए आज सुबह एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होने लिखा कि दिल्ली के कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल में डेक्सट्रोमेथॉर्फ़न पोइज़निंग के 16 मामले सामने आए, 3 की मौत, क्योंकि अरविंद केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक के अयोग्य डॉक्टरों ने यह दवा दी थी, जिसे 4 साल से कम उम्र के बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए। केजरीवाल के हाथों पर खून है।
16 cases of Dextromethorphan poisoning reported in Delhi’s Kalawati Saran Children Hospital, 3 dead, because the unqualified doctors at Arvind Kejriwal’s hyped Mohalla Clinic prescribed this drug, which is NOT to be administered to children below 4.
Kejriwal has blood on hands. pic.twitter.com/OTN58Jgf7B
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 20, 2021
जांच में मौत के कारण की पृष्टि हो जाने पर केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय को निर्देश दिया है कि वह मोहल्ला क्लीनिकों एवं डिस्पेंसरियों को नोटिस जारी करे कि चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमेथार्फन सीरप न दिया जाए। जाचं में पाया गया है कि मोहल्ला क्लीनिक में बच्चों को यह कफ सीरप दिया गया था।