मुंबई, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर पर भाजपा की कोर ग्रुप की मीटिंग अब ख़त्म हो चुकी है. जहां अब पूरे सियासी समीकरण और बवाल में भाजपा ने अपनी खुलकर प्रतिक्रिया दी है. जानकारी के मुताबिक भाजपा ने इस बैठक में महाराष्ट्र की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. जहां इस बैठक में […]
मुंबई, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर पर भाजपा की कोर ग्रुप की मीटिंग अब ख़त्म हो चुकी है. जहां अब पूरे सियासी समीकरण और बवाल में भाजपा ने अपनी खुलकर प्रतिक्रिया दी है. जानकारी के मुताबिक भाजपा ने इस बैठक में महाराष्ट्र की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. जहां इस बैठक में पंकजा मुंडे और चंद्रकांत पाटिल समेत कई नेता मौजूद रहे. मिली जानकारी के अनुसार इस समय भाजपा ने प्रदेश में मची सियासी हलचल के बीच अपनी भूमिका केवल वेट एंड वॉच की ही रखी है. वहीं इस बात का ज़िक्र किया गया है कि सही समय आने पर भाजपा उचित फैसला जरूर लेगी.
#WATCH | Maharashtra: Core committee meeting of Maharashtra BJP underway at the residence of LoP Devendra Fadnavis in Mumbai#MaharashtraPolitcalCrisis pic.twitter.com/HWtNjhncpd
— ANI (@ANI) June 27, 2022
जानकारी के अनुसार भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक में सभी नेताओं से कहा गया है कि वे कार्यकर्ताओं को तैयार रखें, जब भी शिवसेना के बागी विधायक मुंबई लौटेंगे, बीजेपी के कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने वाले हैं. इसी कड़ी में भाजपा नेता सुधीर मुंगतीवार का कहना है कि वे एकनाथ शिंदे समूह को ही असली शिवसेना समूह मानते हैं. अगर शिंदे गुट गठबंधन पर कोई प्रस्ताव लेकर आते हैं तो विचार किया जाएगा. बता दें, कि शिंदे गुट 30 जून के दिन गुवाहाटी से मुंबई आने वाला है. जहां पहले शिंदे समूह के नेता मुंबई में 28 जून को ही आने वाले थे लेकिन गुवाहाटी के रेडिसन होटल में उनकी बुकिंग को दो दिन और बढ़ा दिया गया.
मुंबई, एक ओर जहां शिंदे गुट के नेताओं को डिप्टी स्पीकर के अयोग्य पत्र से राहत मिल गई है. वहीं दूसरी ओर खबरें हैं कि जल्द ही महाराष्ट्र में शिवसेना को राज्यपाल फ्लोर टेस्ट के लिए कह सकती है. इसी बीच शिंदे गुट के विधायक दीपक केसरकर का बड़ा बयान सामने आ रहा है. उनके इस बयान से किसी हद तक स्थिति भी साफ़ दिखाई दे रही है कि आखिर शिंदे गुट के नेता क्या चाहते हैं. उन्होंने कहा, हम (एकनाथ शिंदे गुट) राज्य में शिवसेना और बीजेपी की सरकार चाहते हैं. अगर प्रदेश में बेहतर सरकार बनेगी तो बेहतर काम होगा. केसरकर ने आगे कहा कि इस समय महाराष्ट्र सरकार अल्पमत में है. ऐसे में उद्धव ठाकरे सरकार को हार मान लेनी चाहिए और उन्हें अपने सीएम पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
India Presidential Election: जानिए राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी ये 5 जरुरी बातें