बिहार. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के खिलाफ संपत्ति छुपाने के आरोप में एफआईआर FIR दर्ज हुई है। इस पर तंज करते हुए बीजेपी और जेडीयू ने पूरे लालू परिवार पर हमला बोला है। जेडीयू की ओर से कहा गया है कि लालू परिवार के DNA में ही संपत्ति सृजन और हेराफेरी करना […]
बिहार. लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के खिलाफ संपत्ति छुपाने के आरोप में एफआईआर FIR दर्ज हुई है। इस पर तंज करते हुए बीजेपी और जेडीयू ने पूरे लालू परिवार पर हमला बोला है। जेडीयू की ओर से कहा गया है कि लालू परिवार के DNA में ही संपत्ति सृजन और हेराफेरी करना है। वहीं बीजेपी ने लालू के शासन में भ्रष्टाचार का हवाला देते हुए तेजप्रताप को लालू प्रसाद-2 करार दिया।
बता दें कि हसनपुर से विधायक तेजप्रताप यादव पर साल 2020 में हुए विधान सभा चुनावों के दौरान नामांकन में संपत्ति का गलत ब्यौरा देने का आरोप है। जेडीयू की शिकायत पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ समस्तीिपुर जिले के रोसड़ा थाने में प्रार्थमिकी दर्ज कराई है। अब अपनी जीत पर जेडीयू फूली नहीं समा रही है। पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसे हुए कहा कि लालू परिवार संपत्ति सृजन और हेराफेरी का पर्याय रहा है। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के खिलाफ पहले से ही अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले चल रहे हैं, ऐसे में तेजप्रताप कैसे पीछे रह जाते। उनके तो DNA में ही संपत्ति की हेराफरी करना है। नीरज कुमार ने आगे कहा कि इस एफआईआर से चुनाव आयोग ने लालू परिवार के फर्जी सामाजिक न्याय को बेनकाब कर दिया है।
तेज प्रताप के खिलाफ हुई एफआईआर के बाद BJP ने उन्हैं लालू प्रसाद 2 करार देते हुए कहा कि तेज प्रताप और लालू जी का वर्किंग कल्चर एक ही है। जिस प्रकार RJD के जमाने में भ्रष्टाचार था, आज तेज प्रताप ने उसे सही साबित कर दिया है। BJP प्रवक्ता ने तेजप्रताप के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि अगर तेज प्रताप ने डॉक्यूमेंट में किसी प्रकार की छेड़छाड़ की है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि यह कोई सामान्य बात न होकर एक बड़े चुनाव से जुड़ा हुआ मामला है।