बेंगलुरु। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार यानी 2 जून की शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे ने काफी तबाही मचा दी है। जिसकी तस्वीरें पूरा देश देख रहा है। जहां 280 लोगों की मौत और 900 से ज्यादा लोगों गंभीर रूप से घायल हुए है। वहीं इस हादसे में कर्नाटक के 110 लोग ऐसे हैं जो […]
बेंगलुरु। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार यानी 2 जून की शाम हुए भीषण ट्रेन हादसे ने काफी तबाही मचा दी है। जिसकी तस्वीरें पूरा देश देख रहा है। जहां 280 लोगों की मौत और 900 से ज्यादा लोगों गंभीर रूप से घायल हुए है। वहीं इस हादसे में कर्नाटक के 110 लोग ऐसे हैं जो हादसे के वक्त ट्रेन में थे लेकिन सभी बाल बाल बच गये।
आपको बता दें कि बालासोर में हुए हादसे में तीन ट्रेनों की टक्कर हुई। जिसमें एक मालगाड़ी और दो यात्री ट्रेनें थी कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु हावड़ा ट्रेन। 110 यात्रियों का ग्रुप जो इस हादसे में सुरक्षित बच गया वो चिक्कमगलुरु जिले के कलसा के थे और बेंगलुरु हावड़ा ट्रेन में सफर कर रहे थे। वह ट्रेन की बोगी नंबर S7,S6 और S5 में सफर कर रहे थे। हादसे से पहले कोलकाता के पास ट्रेन का इंजन बदला गया था। जिसके चलते सभी यात्री ट्रेन के पहले डिब्बे में शिफ्ट हो गए। जब ये हादसा हुआ तो ट्रेन के आखिर के 4 डिब्बे पटरी से उतरे गए। 110 यात्री पहले डिब्बे में होने के चलते आसानी से सुरक्षित बच निकले।
यह हादसा कल शाम करीब 7 बजे बालासोर के बहानगा बाजार स्टेशन के पास हुआ, जब कोलकाता से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस डिरेल हो गई. इसके बाद कोरोमंडल ट्रेन एक मालगाड़ी से जा टकराई. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, पहले यशंवतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस डिरेल हुई और इसके कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर पलट गए और वे दूसरी तरफ से आ रही शामीमार-चेन्नई कोरमंडल से टकरा गए. इसके बाद कोरोमंडल ट्रेन के भी कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए और दूसरे ट्रैक पर मालगाड़ी से टकरा गए. कुछ डिब्बे तो मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए .