पूर्व BSP विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश और गनर की घर में घुसकर हत्या

प्रयागराज: BSP के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह पर हमला होने की खबर सामने आई है. इस हत्याकांड के मुख्य गवाह को सड़क पर बम और गोली से मारने का प्रयास किया गया है. बता दें, इस हमले में मुख्य गवाह उमेश पाल की सुरक्षा में दो गनर भी लगे थे. इसके […]

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पूर्व BSP विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश और गनर की घर में घुसकर हत्या

Riya Kumari

  • February 24, 2023 6:52 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

प्रयागराज: BSP के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह पर हमला होने की खबर सामने आई है. इस हत्याकांड के मुख्य गवाह को सड़क पर बम और गोली से मारने का प्रयास किया गया है. बता दें, इस हमले में मुख्य गवाह उमेश पाल की सुरक्षा में दो गनर भी लगे थे. इसके बाद भी उनपर ये जानलेवा हमला किया गया है जिसमें दोनों गनर भी घायल हो गए हैं. ये पूरी घटना प्रयागराज के धूमन गंज इलाके से सामने आई है. परिवार के लोगों ने इस हमले के लिए बाहुबली अतीक अहमद को जिम्मेदार ठहराया है. बाहुबली अतीक अहमद पर आरोप है कि यह हमला उसी के इशारे पर करवाया गया है.

 

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि 25 जनवरी 2005 को प्रयागराज में बीच सड़क पर BSP के पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल इसी ह्त्या के मुख्य गवाह थे जिनपर आज जानलेवा हमला हुआ है. जानकारी के अनुसार हमले के शिकार हुए उमेश पाल को गोली और बम भी लगे हैं. उनकी सुरक्षा में तैनात दो गनर भी घायल हो गए हैं. दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि कोर्ट से वापस आने के बाद उमेश हपाल पर ये हमला हुआ है. जब वह अपने घर के पास पहुँचे थे तभी उनकी कार पर गोलियां बरसाई गईं. इसके बाद वह कार से निकल कर अपने घर की ओर भागे. तब उनके पीछे-पीछे बम से भी हमला किया गया. इस हमले में उमेश पाल सहित सुरक्षा में लगे 2 लोग घायल हैं.

यह है पूरा मामला

बता दें, उत्तर प्रदेश में 2004 के आम चुनाव के समय फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद को सांसद चुना गया था. इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हुई थी जिसपर उपचुनाव में सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को टिकट मिला. लेकिन बसपा ने अतीक के सामने राजू पाल को खड़ा किया था. उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी राजू पाल की जीत हुई थी. लेकिन जीत दर्ज़ करने के कुछ महीने बाद ही 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े राजू पाल की र हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हो गई थी. इसके अलावा दो अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस पूरे हत्याकांड में अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था.

 

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