नई दिल्ली: गुरुवार (30 मार्च) को देश भर में भगवान राम का जन्मोत्सव यानी रामनवमी का त्यौहार मनाया गया. कई जगहों पर धार्मिक रैलियां भी निकाली गईं. लेकिन इसी बीच देश भर में अलग-अलग जगहों पर हिंसा की भी खबरें सामने आ रही हैं. जहां गुजरात के वडोदरा में फतेहपुरा इलाके में रामनवमी के जुलूस […]
नई दिल्ली: गुरुवार (30 मार्च) को देश भर में भगवान राम का जन्मोत्सव यानी रामनवमी का त्यौहार मनाया गया. कई जगहों पर धार्मिक रैलियां भी निकाली गईं. लेकिन इसी बीच देश भर में अलग-अलग जगहों पर हिंसा की भी खबरें सामने आ रही हैं. जहां गुजरात के वडोदरा में फतेहपुरा इलाके में रामनवमी के जुलूस पर पथराव किया गया तो पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी जुलूस के साथ पत्थरबाजी कर वाहनों में आग तक लगाई है.
पुलिसकर्मियों ने इस हंगामे के बाद कई इलाकों में फ्लैग मार्च निकाला है. वहीं सीएम ममता बनर्जी ने हावड़ा की घटना पर बिना नाम लिए भाजपा को दोषी ठहराया है. उन्होंने इस दौरान आरोप लगाया है कि सांप्रदायिक दंगों को अंजाम देने के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं जिनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका लेकिन उन्हें तलवार और बुलडोज़र लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है. उनका हावड़ा में ऐसा करने का दुस्साहस कैसे हुआ?
आगे सीएम ममता ने कहा कि इस समय रमजान का भी महीना चल रहा है. इस महीने में मुसलमान कोई ‘गलत’ काम नहीं करते। मेरी आंखें, कान खुले हैं. मैं सब कुछ सूंघ सकती हूं. मैंने पहले ही मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से जुलूस निकालते समय उन्हें आगाह कर दिया था कि वे सावधान रहें. रामनवमी की रैली करेंगे तो हिंसा हो सकती है और आज हावड़ा में बुलडोजर भी लेकर गए. उन्होंने अचानक रुट बदल दिया लेकिन आखिर किससे पूछकर रूट बदला? सीएम ममता ने आगे कहा कि ये सब एक समुदाय को टारगेट करने के लिए किया जा रहा है.
अगर उन्हें लगता है कि वह दूसरों पर हमला करेंगे और कानूनी हस्तक्षेप माध्यम से राहत प्राप्त करेंगे, तो वह नहीं जानते कि एक दिन जनता उन्हें अस्वीकार कर देगी. जिन्होंने गलत काम नहीं किया है उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा भाजपा कार्यकर्ताओं में आखिर लोगों के घरों पर बुलडोज़र चलाने की हिम्मत कैसे है?
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर यानी पुराना औरंगाबाद के किराडपुरा इलाके में भी रामनवमी के दिन दो गुटों में झड़प और पथराव की घटना सामने आ रही है. इस झड़प के बाद कुछ निजी और पुलिस के वाहनों में आग भी लगा दी गई लेकिन समय रहते पुलिस ने लोगों को तितर-बितर कर दिया और अब स्थिति शांतिपूर्ण बताई जा रही है. पुलिस ने कहा है कि सभी बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने इस घटना पर कहा कि मैंने अधिकारियों से बात की है. साथ ही उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. आगे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिस तरह से आज तक सभी त्योहार एक साथ मनाए उसी तरह से मनाए जाने चाहिए. कानून-व्यवस्था की स्थिति को राज्य में खराब ना किया जाए.
रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान वडोदरा में स्थिति तनावपूर्ण होने की खबर सामने आ रही है. जहां पूरे शहर में असामाजिक तत्वों द्वारा शांति भंग करने की कोशिश की जा रही है. ख़बरों की मानें तो रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान मस्जिद के सामने स्थिति तनावपूर्ण हो गई. जहां रथ यात्रा के फतेपुरा से रवाना होने से पहले उसपर पत्थरबाजी की गई.
इसके अलावा कई वाहनों पर भी पत्थर फेंकने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि पथराव की बात सामने आते ही पुलिस भी सक्रिय हो गई और पुलिस का काफिला मौके पर पहुंच गया. स्थानीय पुलिस का इस मामले में कहना है कि इस समय स्थिति तनावपूर्ण नहीं है. पुलिस ने बताया कि अब इलाके में शांति कायम हो गई है. सभी लोगों को उनके घर वापस भेज दिया गया है जहां किसी के घायल होने की भी खबर नहीं है. बता दें, इलाके में इस समय भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
शोभायात्रा में आए श्रद्धालुओं की मानें तो जब शोभा-यात्रा निकल रही थी, तो उस बीच हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा था. इस दौरान अचानक कुछ लोगों ने यात्रा पर पथराव करना शुरू कर दिया. जहां पत्थरबाजी होने के कारण अफरा-तफरी मच गई. पथराव के कारण वाहनों के शीशे भी टूट गए और स्थानीय महिलाओं को भी चोटें आई हैं. श्रद्धालुओं के अनुसार महिलाओं के उपर भी पथराव किया गया था जिससे भीड़ और भड़क गई. हालांकि समय रहते ही इस भीड़ पर काबू पा लिया गया.
यूपी की राजधानी लखनऊ में भी रामनवमी के दिन हंगामा देखने को मिला जहां सुमित नाम के एक व्यक्ति के साथ 10-15 लोग डीजे पर संगीत बजा रहे थे. इसी बीच दो समूहों के बीच बहस छिड़ गई. बहरहाल दोनों गुटों को हिरासत में ले लिया गया है.