अग्निपथ योजना: नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का पूरे देश में जोरदार विरोध देखने को मिल रहा है। योजना के खिलाफ लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शन ने कई राज्यों में हिंसा का रूप ले लिया। अग्निपथ योजना को लेकर सबसे ज्यादा विरोध बिहार और उत्तर […]
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का पूरे देश में जोरदार विरोध देखने को मिल रहा है। योजना के खिलाफ लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शन ने कई राज्यों में हिंसा का रूप ले लिया। अग्निपथ योजना को लेकर सबसे ज्यादा विरोध बिहार और उत्तर प्रदेश के युवा कर रहे है। इसे लेकर आज कई छात्र संगठनों ने भारत बंद बुलाया है। इससे पहले वो बिहार बंद का ऐलान भी कर चुके है।
भारत बंद के ऐलान को लेकर देश के कई राज्यों में प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस महकमे ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कमर कस ली है। इससे पहले अग्निपथ योजना को लेकर रविवार को तीनों सेनाओं की ओर से एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। जिसमें सेना के द्वारा युवाओं को योजना के फायदों के बारे में बताया गया।
बिहार में अग्निपथ योजना का सबसे ज्यादा विरोध देखने को मिल रहा है। हजारों की संख्या में आक्रोशित युवा योजना को लेकर सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। हिंसक विरोध और भारत बंद को लेकर बिहार के 17 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है। इसके साथ रेलवे ने जानकारी दी है कि विरोध प्रदर्शन से प्रभावित क्षेत्रों में आज भी ट्रेनें नहीं चलेगी।
बता दें कि इससे पहले कल अग्नपिथ योजना के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने CAPF और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने CAPF और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए ये छूट 5 वर्ष होगी। रक्षा मंत्रालय ने भी अग्निवीरों के 10 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐलान किया है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ देशभर में युवाओं का आक्रोश देखने को मिल रहा है। बिहार से हरियाणा तक आंदोलन आक्रमक होता जा रहा है। कहीं गाड़ियों में आग लगा दी गई तो कहीं ट्रेन की पटरियां ही उखाड़ दी गई है। ऐसे में सरकार युवाओं को स्कीम के फायदे समझाने की कोशिश कर रही है, तो वहीं विपक्ष का कहना है कि इस योजना के जरिए युवाओं के भविष्य के साथ खेला जा रहा है और ये सेना की गरिमा को भी कम करता है।
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