नई दिल्ली: रविवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में बड़ी कार्रवाई देखने को मिली. जहां अवैध मंदिर और दरगाह को हटाया गया. इस दौरान एडिशनल डीसीपी सुबोध गोस्वामी ने मंदिर की खुद पूजा-अर्चना की उसके बाद फिर भगवान की मूर्तियों को सम्मान पूर्वक हटाया. इसके बाद यहां बुलडोजर की कार्रवाई की गई. सम्मान […]
नई दिल्ली: रविवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा इलाके में बड़ी कार्रवाई देखने को मिली. जहां अवैध मंदिर और दरगाह को हटाया गया. इस दौरान एडिशनल डीसीपी सुबोध गोस्वामी ने मंदिर की खुद पूजा-अर्चना की उसके बाद फिर भगवान की मूर्तियों को सम्मान पूर्वक हटाया. इसके बाद यहां बुलडोजर की कार्रवाई की गई.
दरअसल इस इलाके में अवैध रूप से मंदिर और मजार बनवाई गई थी जिसे कई बार PWD की ओर से नोटिस भी दिया जा चुका था. इसी क्रम में रविवार यानी आज सुबह अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाते ही मजार और मंदिर दोनों को हटा दिया गया. गनीमत ये रही कि इस दौरान कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई. बता दें, राजधानी का ये इलाका दिल्ली दंगों के दौरान सबसे अधिक प्रभावित रहा था। जहां किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए केंद्रीय बलों से लेकर ड्रोन तक से नज़र रखी जा रही थी. इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी लगातार अपील की जा रही थी कि शांति बनाए रखें.
अब दिल्ली के इस संवेदनशील इलाके से दरगाह और मंदिर हटाए जाने की कार्रवाई की जा रही है. दरअसल मंदिर और दरगाह अवैध तरीके से बनाए गाए हैं जिसमें से दरगाह को जो करीब तीन दशक से ज्यादा पुराना बताया जा रहा है. जहां निर्माण हटाया जा रहा है उस स्थान को वजीराबाद रोड के नाम से जाना जाता है. इस दौरान PWD की ओर से ना केवल दिल्ली पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है बल्कि केंद्रीय बलों की सुरक्षा भी ली गई है. बताया जा रहा है पहले भी दरगाह को हटाने के लिए कई नोटिस जारी किए जा चुके हैं.
ये मजार बीच सड़क पर आ गई थी जिस वजह से इसे हटाया जा रहा है. इसी कड़ी में रविवार को सुबह-सुबह सुरक्षाबलों की तैनाती के बीच JCB ने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है. बता दें, यहां पर PWD का डबल देकर फ्लाईओवर का निर्माण कर रहा है जिसमें ऊपर मेट्रो रुट और नीचे सड़क बन रही है जिस बीच मजार अड़ रही थी. सड़क के बीच में मजार के स्थित होने से सड़कों पर लंबा जाम लग रहा था. इसके नज़दीक हनुमान मंदिर को भी हटाने की तैयारियां की जा रही हैं. हालांकि मौके पर कई लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं.
गौरतलब है कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में अभी भी ऐसे कई इलाके चिन्हित किए गए हैं जहां सड़कों के बीचोबीच मंदिर, मस्जिद और मजार बनाए गए हैं. लोक निर्माण विभाग जल्द ही इन सभी पर एक्शन लेगा.