बिना लाइट के रात में विमान उतार 121 भारतीयों को सुरक्षित निकाला… सूडान में इंडियन एयरफोर्स का हैरतअंगेज ऑपरेशन

नई दिल्ली। गृहयुद्ध की मार झेल रहे दक्षिण अफ्रीकी देश सूडान में भारत सरकार ऑपरेशन कावेरी चलाकर अपने नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश ला रही है। जानकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक करीब 2400 लोगों को सूडान से बाहर निकाला है। इस बीच शुक्रवार देर रात इंडियन ऑपरेशन ने हैरतअंगेज ऑपेरशन […]

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बिना लाइट के रात में विमान उतार 121 भारतीयों को सुरक्षित निकाला… सूडान में इंडियन एयरफोर्स का हैरतअंगेज ऑपरेशन

Vaibhav Mishra

  • April 29, 2023 8:18 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। गृहयुद्ध की मार झेल रहे दक्षिण अफ्रीकी देश सूडान में भारत सरकार ऑपरेशन कावेरी चलाकर अपने नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश ला रही है। जानकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक करीब 2400 लोगों को सूडान से बाहर निकाला है। इस बीच शुक्रवार देर रात इंडियन ऑपरेशन ने हैरतअंगेज ऑपेरशन को अंजाम दिया। वायुसेना का विमान सी-130 बिना रोशनी और नेविगेशन के इंतजाम के उतरा और गर्भवती महिला समेत 121 भारतीयों को सुरक्षित लेकर आ गया। इस ऑपरेशन को सूडान की राजधानी खार्तूम से करीब 40 किलोमीटर उत्तर में स्थित सईदना नाम की जगह पर अंजाम दिया गया।

नाइट विजन चश्मे का किया इस्तेमाल

भारतीय वायुसेना ने इस हैरान करने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी। वायुसेना ने बताया कि सईदना में एक छोटी से हवाई पट्टी है। वहां पर न नेविगेशन की सुविधा थी और न ही रोशनी की व्यवस्था थी, इसके बावजूद सेना ने बहादुरी दिखाते हुए 121 भारतीय नागरिकों का सकुशल बाहर निकाल लिया। एयरफोर्स ने बताया कि इस ऑपरेशन में टेक्नोलॉजी काफी काम आई, एयरक्रू ने अंधेरी रात में नाइट विजन वाले चश्मे का इस्तेमाल कर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।

भारतीय वायुसेना ने और क्या बताया?

वायुसेना ने इस ऑपरेशन के बारे में आगे जानकारी साझा करते हुए कहा कि सईदना में स्थित जिस हवाई पट्टी पर विमान को उतरना था उसकी सतह काफी खराब थी। वहां नेविगेशन और लैंडिंग लाइट्स की भी सुविधा नहीं थी। इसके बावजूद एयक्रू ने नाइट विजन गॉगल्स का इस्तेमाल कर C-130J विमान को उतारा और 121 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। बता दें कि सईदना में फंसे 121 भारतीयों में एक गर्भवती महिला और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे कई लोग शामिल थे। उनके पास सईदना से सूडान पोर्ट पहुंचने का कोई साधन नहीं था।

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