नागालैंड: #Nagalandincident पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड में पिछले दिनों भारतीय सेना द्वारा मारे गए मजदूरों की मौत के बाद माहौल बदल गया है। वहां की फिज़ा में घटना के बाद “AFSPA” कानून वापस लेने के लिए आवाजें तेज हो गई है याद रहे इस घटना में 1 फौजी समेत 15 लोगों की मौत हो गई थी। […]
नागालैंड: #Nagalandincident
पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड में पिछले दिनों भारतीय सेना द्वारा मारे गए मजदूरों की मौत के बाद माहौल बदल गया है। वहां की फिज़ा में घटना के बाद “AFSPA” कानून वापस लेने के लिए आवाजें तेज हो गई है याद रहे इस घटना में 1 फौजी समेत 15 लोगों की मौत हो गई थी। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था ह्यूमन राइट वॉच ने भारत से विवादित कानून AFSPA को वापस लेने की अपील की है। भारतीय सेना ने भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना बताया है और उस पर खेद जताया।
जिंदगी कब करवट बदल ले हमसे पूछिए – मोंगलोंग
बेकसूर मजदूरों की मौत के बाद वहां की आवो हवा बदल सी गई है। शादी के सिर्फ 10 दिन बाद ही अपने पति होकुप को दफन करके आई मोंगलोंग की ज़िंदगी में सब कुछ बदल गया है अपने एक बयान में वो कहती हैं जैसे ही उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी। उन्होंने तभी अपने पति से बात की तो पता चला हाथ में गोली लगी है हॉस्पिटल जा रहे है लेकिन उसके बाद कभी नहीं आए। इस दुर्घटना में 2 सगे भाई थापुवांग और लापुवांग भी मारे गए जो घर को अपनी कमाई से चलाते थे। इस घटना से पूर्व, पूर्वोत्तर राज्यों में इस कानून के खिलाफ आवाजें उठती रही है। स्थानीय बीजेपी नेता होसिया कोनायक ने AFSPA कानून को गैर ज़िम्मेदार भरा कानून बताया। इस से पहले ग्रह मंत्री अमित शाह भी संसद में खेद जता चुके हैं।
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