किस्सा कुर्सी का: बिहार में किसका पलड़ा है भारी ?

बिहार में पहले चरण के मतदान के आंकड़े ने सभी को चौंका दिया है. दोपहर 3 बजे तक की वोटिंग को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही थी कि मतदान का आंकड़ा 63-64 फीसदी तक जा सकता है, लेकिन हकीकत में ये आंकड़ा 57 फीसदी ही पहुंचा.

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किस्सा कुर्सी का: बिहार में किसका पलड़ा है भारी ?

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  • October 12, 2015 5:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

पटना. बिहार में पहले चरण के मतदान के आंकड़े ने सभी को चौंका दिया है. दोपहर 3 बजे तक की वोटिंग को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही थी कि मतदान का आंकड़ा 63-64 फीसदी तक जा सकता है, लेकिन हकीकत में ये आंकड़ा 57 फीसदी ही पहुंचा.

आज का मतदान फिर भी 2010 के विधानसभा चुनाव से ज्यादा है. लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में चली मोदी लहर के लिहाज से देखा जाए तो बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान बंपर नहीं कहा जा सकता.

तो क्या समझा जाए, बिहार में मोदी लहर चल रही है, या फिर नीतीश का सुशासन जोर मार रहा है ?

वीडियो में देंखे बिहार चुनाव पर पूरी बहस 

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