चीन को रोकने के लिए हिंदुस्तान तैयार कर रहा है 90 हजार जवान !

पाकिस्तान हमारा दुश्मन है लेकिन चीन भी कम नहीं है. एक नागनाथ है तो दूसरा सांपनाथ है. चीन ने हमारे 18 हजार वर्गमील पर पहले से कब्जा कर रखा है. अक्सर भारत-चीन बॉर्डर पर सीमा उल्लंघन की तस्वीरें आती हैं. चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों के साथ गुत्थगुत्थी करते नज़र भी आते हैं.

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चीन को रोकने के लिए हिंदुस्तान तैयार कर रहा है 90 हजार जवान !

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  • May 29, 2017 5:45 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: पाकिस्तान हमारा दुश्मन है लेकिन चीन भी कम नहीं है. एक नागनाथ है तो दूसरा सांपनाथ है. चीन ने हमारे 18 हजार वर्गमील पर पहले से कब्जा कर रखा है. अक्सर भारत-चीन बॉर्डर पर सीमा उल्लंघन की तस्वीरें आती हैं. चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों के साथ गुत्थगुत्थी करते नज़र भी आते हैं.
 
आज भी चीन हमारे अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा मानता है और दावा ठोकता है. अब चीन से लगी 3 हजार 488 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारतीय सेना की तैनाती की संख्या बढ़ाई जा रही है.
 
अरुणाचल प्रदेश से सटी भारत चीन बॉर्डर पर जिसे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल कहा जाता है जिसकी कुल लंबाई 3 हजार 488 किलोमीटर बनती है. अब इन जगहों पर भारतीय सेना की तैनाती बढ़ेगी. चीनी सैनिकों ऐसे ही एक-एक ईंट खिसका कर आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं जिसका विरोध करने पर ऐसी तस्वीरें आती रहती हैं.
 
भारत-चीन बॉर्डर पर भारतीय जवानों की तैनाती पहले से है लेकिन नई रणनीति के तहत भारतीय सेना की 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉप्स के 90 हजार जवान साल 2021 तक तैनात कर दिए जाएंगे. इस ब्रिगेड को इतनी ताकत दी जाएंगी जिससे वो चीन की पिपुल लिबरेशन आर्मी सेना को सीधी टक्कर दे सके.
 
इतना ही नहीं नई रणनीति के तहत अरुणाचल प्रदेश से सटे भारत-चीन बॉर्डर पर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का पूरा जत्था तैनात किया जाएगा. अरुणाचल को छोड़कर बाकी पूर्वोतर के भारत-चीन सीमा पर जमीन से हवा में मार करने वाले आकाश मिसाइल के 6 सक्वॉड्रन तैनात किए जाएंगे. इसके अलावा इसी साल तक सुपर हरक्यूलस के 6 एयरक्राफ्ट पश्चिम बंगाल के पानागढ़ भारत-चीन सीमा पर तैनात किए जाएंगे.
 
सीमा पर 17 माउंटेन स्ट्राइक कॉप्स को तोपखाना, बख्तरबंद गाड़ियां, एयर डिफेंस इंजीनियरिंग ब्रिगेड, फाइटर जेट्स और टैंक से भी लैश किया जाएगा. इन 90 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती पर साल 2021 तक 64 हजार 678 करोड़ रुपए खर्च होंगे. अब तक 17 माउंटेन कॉर्प्स के जवानों की तैनाती बॉर्डर पर नहीं हुई है.
 
बर्फ पर फौलाद की तरह बने इन चीनी सैनिकों को सिर्फ 17 माउंटेन के जवान ही मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं. 17 माउंटेन कॉर्प्स के जवान फौलाद के बने होते हैं. अत्याधुनिक हथियारों से लैस होते हैं. इसमें उन्हीं जवानों को लिया जाता है जो लंबे वक्त तक पहाड़ी इलाकों में, बर्फीले इलाके में रहने को आदी होते हैं. इनको खास तरह की ट्रेनिंग दी जाती है जो चीते की तरह फुर्तीले और सबसे कम वक्त में सबसे तेज तरीके से किसी भी ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम होते हैं.
 
(वीडियो में देखें पूरा शो)

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