नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने राजनीतिक जीवन का सबसे कठोर फैसला आज सुना दिया. चार महीने से भाई शिवपाल और बेटे अखिलेश यादव के बीच सुलह कराते रहे मुलायम ने अखिलेश और चचेरे भाई रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया.
आज सूत्रों से खबर थी कि सीएम अखिलेश यादव अपनी राह अलग करते हुए चुनाव आयोग जाकर एसपी का चुनाव चिह्न जब्त करने की मांग कर सकते हैं. संविधान के जानकारों की मानें तो समाजवादी पार्टी के टूटने पर साइकिल सिंबल जब्त हो सकता है और मुलायम और अखिलेश गुट के अलग-अलग चुनाव लड़ने पर दोनों को अलग सिंबल मिल सकता है.
मुलायम अपना परिवार टूटने से नहीं बचा पाए और अब संकट पार्टी बचाने का है. क्या समाजवादी पार्टी को अखिलेश के खेमे में जाने से बचा पाएंगे मुलायम? इस सवाल का जवाब जानने के लिए देखिए इंडिया न्यूज का खास शो ‘टुनाइट विद दीपक चौरसिया’. वीडियो में देखें पूरा शो.