पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे और सीएम की दावेदारी पर सिर-फुटौव्वल के बीच बिहार में इंडिया न्यूज़ के सर्वे में 61 फीसदी लोगों ने कहा है कि बीजेपी को सीएम कैंडिडेट घोषित करके चुनाव लड़ना चाहिए.
पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे और सीएम की दावेदारी पर सिर-फुटौव्वल के बीच बिहार में इंडिया न्यूज़ के सर्वे में 61 फीसदी लोगों ने कहा है कि बीजेपी को सीएम कैंडिडेट घोषित करके चुनाव लड़ना चाहिए.
जून के तीसरे हफ्ते में पटना, आरा, बेगूसराय, सासाराम, जहानाबाद, मुंगेर, रक्सौल, सीतामढ़ी, सहरसा, छपरा, सिवान, कटिहार, दरभंगा, हाजीपुर, सुपौल, समस्तीपुर, पश्चिमी चंपारण, औरंगाबाद, बिहारशरीफ, नालंदा समेत 23 जिलों के 2308 लोगों के बीच 7 सवालों के साथ इंडिया न्यूज़ के रिपोर्टर ने यह सर्वे किया.
इंडिया न्यूज के कार्यक्रम टुनाइट विद दीपक चौरसिया में आज सर्वे का नतीजा दिखाया गया जिसमें सबसे अहम ये राय सामने आई है कि बिहार में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए को आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस के महागठबंधन के घोषित सीएम उम्मीदवार नीतीश कुमार से मुकाबले के लिए अपना सीएम कैंडिडेट घोषित करना चाहिए.
सर्वे में चौंकाने वाली बात ये रही कि 54 परसेंट लोग मानते हैं कि बिहार में नरेंद्र मोदी का जादू चलेगा जबकि 54 परसेंट लोग ये भी मानते हैं कि नीतीश कुमार की इमेज का फायदा महागठबंधन को मिलेगा. 63 फीसदी लोगों ने माना कि जीतनराम मांझी और पप्पू यादव अगर एनडीए में आए तो बीजेपी को फायदा होगा.
सर्वे में 67 फीसदी लोगों ने माना कि महागठबंधन बिहार में बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा. सर्वे में शामिल 62 फीसदी लोगों ने माना कि आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस गठबंधन का फायदा तीनों दलों को मिलेगा.
बिहार में सीएम पद की दावेदारी पर बीजेपी के नेताओं के बीच घमासान का असर जनता की राय पर भी दिख रहा है. 59 फीसदी लोगों ने कहा है कि बीजेपी के नेताओं की आपसी खींचतान का नुकसान भाजपा को उठाना पड़ सकता है.
बीजेपी के चुनाव प्रभारी अनंत कुमार ने जब ये कहा कि बिहार का चुनाव बिना सीएम कैंडिडेट घोषित किए सिर्फ नरेंद्र मोदी के नाम पर लड़ा जाएगा तो बीजेपी में बिहार के सबसे बड़े नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अनंत कुमार के बयान का गलत मतलब निकाला गया है. सुशील मोदी ने कहा कि सही समय पर सीएम के कैंडिडेट का नाम सामने आ जाएगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर ने खुलकर अपनी दावेदारी रख दी है और कहा कि पार्टी उन्हे्ं जिम्मेदारी देती है तो वो तैयार हैं. इस बीच एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा को उनकी पार्टी ने सीएम का उम्मदीवार बनाने का प्रस्ताव पारित कर दिया है. कुशवाहा इस समय नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री हैं.
सर्वे का नतीजा
क्या बिहार में बीजेपी को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करना चहिए
हां- 61 प्रतिशत
नहीं- 35 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 4 प्रतिशत
क्या बिहार में बीजेपी नेताओं की आपसी खींचतान का नुकसान पार्टी को होगा?
हां- 59 प्रतिशत
नहीं- 34 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 7 प्रतिशत
क्या बिहार चुनाव में मोदी फैक्टर काम करेगा?
हां- 54 प्रतिशत
नहीं- 39 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 7 प्रतिशत
क्या नीतीश कुमार की इमेज का फायदा गठबंधन को मिलेगा?
हां- 54 प्रतिशत
नहीं- 42 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 4 प्रतिशत
क्या महागठबंधन बिहार में अब बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा?
हां- 67 प्रतिशत
नहीं- 29 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 4 प्रतिशत
क्या बिहार में आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस गठबंधन से तीनों दलों को फायदा होगा?
हां- 62 प्रतिशत
नहीं- 35 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 3 प्रतिशत
क्या बीजेपी के लिए मांझी और पप्पू यादव मददगार साबित होंगे?
हां- 63 प्रतिशत
नहीं- 33 प्रतिशत
कह नहीं सकते- 4 प्रतिशत