नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में सेना के रूटीन अभ्यास को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने खिलाफ केंद्र सरकार की साज़िश करार दिया है. पूरा विपक्ष ममता बनर्जी के साथ खड़ा हो गया. यहां तक कि सेना की सफाई पर भी नेताओं ने भरोसा करना मुनासिब नहीं समझा.
देश में राजनीतिक तमाशे तो आए दिन होते रहते हैं, लेकिन गुरुवार की आधी रात से बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो बवाल मचाया, वो देश के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. नोटबंदी पर पूरे विपक्ष की नेता बनने में जुटी ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर ये सनसनीखेज़ आरोप लगा दिया कि उनकी सरकार गिराने के लिए बंगाल में सेना को तैनात किया गया है.
दरअसल, बंगाल के 19 ज़िलों में आर्मी की पूर्वी कमान का 2 दिन का रूटीन अभ्यास था, जो गुरुवार को शुरू हुआ. आर्मी के जवान और अफसर डाटा कलेक्शन एक्सरसाइज़ कर रहे थे, जिसमें आर्मी के वाहनों की आवाजाही होनी थी.
इसी काम के लिए सेना के जवान बंगाल पुलिस के साथ टोल प्लाज़ा पर भी मौजूद थे. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सेना के इसी अभ्यास पर बवाल मचा दिया. ममता बनर्जी आधी रात को सचिवालय में इस धमकी के साथ दाखिल हुईं कि आर्मी को बंगाल के शहरों से हटाया जाए.
आज के इसी मुद्दे पर इंडिया न्यूज पर हुई बड़ी बहस कि बंगाल में सेना के अभ्यास पर क्यों भड़कीं ममता बनर्जी ? क्या सेना को गंदी राजनीति में घसीटा जा रहा है.