क्या दिल्ली में ही थम गया मोदी का ‘स्वच्छ भारत अभियान’

नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नगर निगमों की दयनीय वित्तीय स्थिति के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए घोषणा की कि निगम के कर्मचारियों की मई माह का वेतन और पिछले बकाये का भुगतान दिल्ली सरकार करेगी. पिछले कई माह से वेतन नहीं मिलने से हड़ताली निगम के सफाई कर्मचारियों […]

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क्या दिल्ली में ही थम गया मोदी का ‘स्वच्छ भारत अभियान’

Admin

  • June 8, 2015 4:30 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नगर निगमों की दयनीय वित्तीय स्थिति के लिए केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए घोषणा की कि निगम के कर्मचारियों की मई माह का वेतन और पिछले बकाये का भुगतान दिल्ली सरकार करेगी. पिछले कई माह से वेतन नहीं मिलने से हड़ताली निगम के सफाई कर्मचारियों को सोमवार को रामलीला मैदान में संबोधित करते हुए केजरीवाल ने हड़ताली कर्मियों से मंगलवार से काम पर लौट आने की अपील की.

इंडिया न्यूज़ के विशेष कार्यक्रम टूनाईट विद दीपक चौरसिया में आज इसी पर चर्चा की गयी कि दिल्ली को कूड़ेदान में तब्दील करने के पीछे केजरीवाल सरकार का इगो वार है या बीजेपी ने नगर निगम की हालत पहले से और ख़राब कर दी है.  आपको बता दें कि केजरीवाल ने आज रामलीला मैदान में कहा कि दिल्ली सरकार उनके वेतन भत्ते आदि का भुगतान करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए केजरीवाल ने कहा कि मंगोलिया को अधिक सहायता दिए जाने के वजह से निगम कर्मियों का वेतन बकाया हो गया है.

केजरीवाल ने पीएम पर भी साधा निशाना
केजरीवाल ने कहा कि पहले मार्च तक के बकाये का भुगतान किया जाएगा उसके बाद मई का वेतन दिया जाएगा. केजरीवाल ने निगमों की वित्तीय स्थिति पर केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली से मुलाकात का आश्वासन देते हुए कहा कि अगले महीने केन्द्रीय गृह मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के पार्षद विज्ञापनों के जरिए राजस्व की चोरी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर साल 1.31 लाख करोड़ रूपए केन्द्र सरकार को अदा करते हैं और हमें वहां से कुछ नहीं मिलता.

नॉर्थ और ईस्ट एमसीडी को मिले 500 करोड़ 
उत्तरी और पूर्वी दिल्ली नगर निगम को पांच सौ करोड़ रूपए जारी करने की घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि आने वाले वर्षो में ऎसे प्रबंध किए जाएंगे कि निगमों को वित्तीय संकट से नहीं जूझना पड़े. पूर्वी दिल्ली नगर निगम को 293 करोड़ रूपए देने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की. इससे पहले उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की सड़कों पर आवारा कुत्ते आज भी बड़ी समस्या बने हुए हैं. उन्होंने भाजपा के स्थायी समिति के नेताओं से सवाल किया कि निगमों का पैसा कहां जाता है.

सिसोदिया ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों को दिया जाने वाला पैसा स्विमिंग पूल और आवारा कुत्तों को टीका लगाने में किया जाता है. उन्होंने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के बजट की कापी दिखाते हुए कहा कि भाजपा शासित निगम ने गैर योजना मद में कटौती की है. श्रम मंत्री गोपाल राय ने आरोप लगाया कि राजधानी को कचरे के ढ़ेर में बदलने की पिछले एक सप्ताह से साजिश चल रही है जिसका आज अंत हो जाएगा.

IANS से भी इनपुट 

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