नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी में देशद्रोही नारेबाजी के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 21 छात्रो को दोषी मानते हुए सजा सुना दी है. जिन्हें सजा दी गई है, उनमें उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और कन्हैया कुमार भी शामिल हैं. बता दें कि यह तीनों अंतरिम जमानत पर हैं.
अब देशद्रोह के आरोपी छात्र और उनके पैरोकार जेएनयू को भी गलत बता रहे हैं. क्या जेएनयू ने देशद्रोह के आरोपों पर मुहर लगा दी है? साथ ही जेएनयू प्रशासन के फैसले पर सवाल क्यों?
इंडिया न्यूज के खास शो ‘टुनाइट विद दीपक चौरसिया’ में पेश है इसी अहम मुद्दे पर बड़ी बहस.
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