भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तल्खी कम करने का बड़ा जरिया क्रिकेट रहा है. जब भी दोनों देशों के बीच बातचीत का रास्ता बंद होता है, तब क्रिकेट के मैदान से उम्मीदों की खिड़की खुलती है, लेकिन इस बार 8 साल से क्रिकेट डिप्लोमेसी की खिड़की भी बंद है.
नई दिल्ली. भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तल्खी कम करने का बड़ा जरिया क्रिकेट रहा है. जब भी दोनों देशों के बीच बातचीत का रास्ता बंद होता है, तब क्रिकेट के मैदान से उम्मीदों की खिड़की खुलती है, लेकिन इस बार 8 साल से क्रिकेट डिप्लोमेसी की खिड़की भी बंद है.
मुंबई पर 26/11 के आतंकी हमलों के बाद से दोनों देशों के बीच क्रिकेट सीरीज नहीं हुई है. भारत का साफ रुख रहा है कि आतंकवाद और क्रिकेट साथ-साथ नहीं हो सकता. आतंकवाद रोकने के लिए पाकिस्तान ने कोई पहल भी नहीं की, फिर भी इस हफ्ते भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज़ शुरू करने की पहल हुई.
क्रिकेट नहीं खेलेंगे भारत-पाकिस्तान, BCCI ने दिया है झांसा!
बीसीसीआई और पीसीबी ने दिसंबर में सीरीज़ होने का एलान भी कर दिया, लेकिन ना तो भारत सरकार इसके लिए राज़ी है और ना ही पाकिस्तान की ओर से हरी झंडी मिली है.
आज ‘इंडिया न्यूज़’ और लाहौर से ‘दिन न्यूज़’ के बीच इसी मुद्दे पर सरहद आर-पार से बड़ी बहस होगी कि जब दोनों देशों के रिश्ते खराब हैं, तो क्रिकेट खेलने से क्या फायदा ?
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