नई दिल्ली. दिल्ली में चिकनगुनिया और डेंगू का कहर जानलेवा हो चुका है. दिल्ली के लोग बुखार और दर्द से तड़प रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि जवाबदेही उप राज्यपाल, एमसीडी और केंद्र सरकार की है. चिकनगुनिया से लड़ने की बजाय सत्ता की जंग की जंग की जा रही है.
देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों बहुत बीमार और उससे भी ज्यादा बेबस है. चिकनगुनिया और डेंगू के मच्छरों ने दिल्ली में कहर बरपा रखा है. पिछले 36 घंटों के दौरान चिकनगुनिया से 5 लोगों की मौत हो चुकी है और सरकारी आंकड़ों के हिसाब से ही मरीजों का आंकड़ा हजारों में है.
सरकारी अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा हुआ है, जो बुखार और दर्द के साथ-साथ बदइंतजामी से भी जूझ रहे हैं. दिल्ली में चिकनगुनिया और डेंगू के इलाज और रोकथाम की जिम्मेदारी सरकार और एमसीडी की है.
जहां तक सरकार का सवाल है, तो आज की तारीख में करीब-करीब पूरी कैबिनेट टूर पर है. मुख्यमंत्री केजरीवाल इलाज कराने बैंगलुरू गए हुए हैं तो वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सरकारी दौरे पर फिनलैंड में हैं. कैबिनेट मंत्री गोपाल राय छत्तीसगढ़ में हैं और पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन हज यात्रा पर. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी आज दोपहर बाद तक गोवा में थे.
सरकार के नदारद होने पर सवाल उठे, तो सत्येंद्र जैन दिल्ली लौटे और उन्होंने साफ कहा कि दिल्ली तो मोदी सरकार और एलजी के भरोसे है.
दिल्ली की बेबसी पर क्या आपको कभी शर्म आएगी..? चिकनगुनिया से लड़ने की बजाय सत्ता की जंग क्यों..? इंडिया न्यूज के खास शो टुनाइट विद दीपक चौरसिया में आज इन्हीं सवालों पर हुई बड़ी बहस.