यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ऑफिस ने जनवरी 2024 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें खुलासा हुआ कि चीन नकली और चोरी के सामान का सबसे बड़ा स्रोत है।
नई दिल्ली : चोरी हुए iPhone का क्या होता है, यह सवाल अक्सर मन में आता है। iPhone में Apple के हाई-टेक सिक्योरिटी और प्राइवेसी फीचर होते हैं। इसलिए चोर इन्हें सीधे किसी को बेचने से कतराते हैं। अगर इन्हें चुराकर आम फोन की तरह नहीं बेचा जाता है, तो इनके साथ क्या किया जाता है? चोर iPhone को ऐसी जगह ले जाते हैं, जहां किसी को पता भी नहीं चलता और उन्हें चोरी हुए iPhone की ज्यादा से ज्यादा कीमत मिल जाती है।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनिया का सबसे बड़ा ब्लैक मार्केट चोरी हुए iPhone से जुड़ा हुआ है। चीन के शेनझेन शहर को इस पूरे नेटवर्क का केंद्र माना जाता है। यहां के डिजिटल मॉल और ब्लैक मार्केट में चोरी हुए फोन और उनके पार्ट्स का धंधा धड़ल्ले से चलता है।
शेनझेन के युआनवांग डिजिटल मॉल और लुओहु कमर्शियल सिटी जैसी जगहों को दुनिया के सबसे बड़े ब्लैक मार्केट में गिना जाता है। यहां चोरी हुए मोबाइल को पूरी तरह से अनलॉक कर दिया जाता है, लेकिन iPhone के सिक्योरिटी फीचर की वजह से इसके अलग-अलग पार्ट्स बेचे जाते हैं।
यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ऑफिस ने जनवरी 2024 में एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें खुलासा हुआ कि चीन नकली और चोरी के सामान का सबसे बड़ा स्रोत है।
चोरी हुए iPhone को अक्सर समुद्र के रास्ते शेनझेन पहुंचाया जाता है। यह काम इतने गुप्त तरीके से किया जाता है कि इसे ट्रैक करना बहुत मुश्किल हो जाता है। शेनझेन से हांगकांग थोड़ी ही दूरी पर है, वहां से भी चोरी के फोन और गैजेट की तस्करी की जाती है। चोरी हुए फोन को अनलॉक करके बेचा जाता है या फिर उनके महंगे पार्ट्स जैसे चिप्स और कैमरा मॉड्यूल को अलग कर दिया जाता है।
Apple के मजबूत सिक्योरिटी फीचर की वजह से चोरी हुए iPhone को सीधे बेचना मुश्किल है। इसलिए शेनझेन में iPhone के पार्ट्स अलग से बेचे जाते हैं। जिन iPhone को अनलॉक नहीं किया जा सकता या जिनमें जोखिम ज्यादा है, उन्हें पिघलाकर उनका मटीरियल इस्तेमाल किया जाता है।
शेनझेन के लुओहु कमर्शियल सिटी में आधे से ज्यादा सामान नकली या चोरी के होते हैं। यहां के दुकानदार चोरी हुए स्मार्टफोन और सामान को ऑनलाइन या आस-पास के गोदामों से डिलीवर करते हैं। जब कोविड-19 के बाद सीमा प्रतिबंध हटा दिए गए तो इस बाजार में फिर से भीड़ लौट आई।
यह भी पढ़ें :-
असदुद्दीन ओवैसी ने PM मोदी को पढ़ाने की कही बात, क्यों कही उर्दू भाषा की बात, जाने यहां