WhatsApp Fake Messages Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव 2019 के दौर में व्हाट्सएप पर फर्जी मैसेजेस और फेक न्यूज भी काफी हद तक बढ़ चुकी है. यूजर्स को फेक न्यूज से बचाने के लिए व्हाट्सएप नए फीचर्स लाने की तैयारी कर रहा है. चुनाव आयोग ने भी कुछ दिनों पहले लोगों से फर्जी खबरों से बचने की हिदायत दी थी.
नई दिल्ली. देशभर में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है. पहले चरण के लिए वोटिंग हो चुकी है, अब छह और चरणों के लिए मतदान होना है. इसी बीच ऑनलाइन मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप के फेक न्यूज और गलत खबरों के खिलाफ मुहिम चलाने की भी खबरें आ रही हैं. सोशल मीडिया के इस दौर में व्हाट्सएप खुद को फेक न्यूज फैक्ट्री बनने से बचाना चाहता है. इसके लिए वह नए फीचर्स पर काम कर रहा है.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने भी पिछले दिनों वोटर्स को व्हाट्सएप पर फर्जी मैसेजेस पर विश्वास नहीं करने के लिए कहा था. चुनाव आयोग की ओर से ट्वीट कर लोगों को जानकारी दी गई थी कि व्हाट्सएप पर लोकसभा चुनाव को लेकर कई फर्जी मैसेजेस फॉर्वर्ड किए जा रहे हैं, इससे लोगों को बचना चाहिए. वहीं दूसरी ओर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फेसबुक के मालिकाना हक वाली व्हाट्सएप कंपनी फर्जी मैसेजेस और खबरों से बचने के लिए नए फीचर्स पर काम कर रही है.
इस फीचर के जरिए व्हाट्सएप यूजर चैट में इमेज को वेब पर सर्च कर सकेंगे. यानी कि यदि व्हाट्सएप पर कोई फोटो भेजा है और वह आपको फेक लग रहा है, तो आप इंटरनेट पर उस इमेज से जुड़ी खबर या सूचना सही है या गलत, इसका पता कर सकेंगे. इसके अलावा व्हाट्सएप फॉर्वर्डिंग इन्फो और फ्रिक्वेंटली फॉर्वेर्डेड, इन दो नए फीचर्स पर भी काम कर रहा है.
फॉर्वर्डिंग इन्फो फीचर यूजर्स को मैसेज इन्फो सेक्शन में उपलब्ध होगा, जिसमें यूजर्स यह पता कर सकेंगे कि इस मैसेज को व्हाट्सएप पर कितनी बार फॉर्वर्ड किया गया है. हालांकि यह सुविधा केवल भेजे गए मैसेजेस के लिए ही उपलब्ध होगी. यानि की यह जानकारी लेने के लिए यूजर्स को उस मैसेज को किसी को भेजना होगा.
वहीं दूसरी यदि किसी मैसेज को चार से ज्यादा बार फॉर्वर्ड किया गया है तो उस पर फ्रिक्वेंटली फॉर्वर्डेड टैग लग जाएगा. यह भी बताया जा रहा है कि यदि किसी मैसेज पर फ्रिक्वेंटली फॉर्वर्डेड का टैग लगा होगा, उस पर फॉर्वर्ड इन्फो वाली सुविधा उपलब्ध नहीं होगी.
जो भी हो यदि व्हाट्सएप अपने यूजर्स के लिए ये फीचर्स लाता है तो फेक न्यूज और गलत जानकारियों पर कुछ हद तक जरूर लगाम लगेगी. वर्तमान में करोड़ों लोग सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं और फर्जी खबरों पर लगाम लगने से लोग भ्रमित नहीं होंगे.