नई दिल्ली : व्हाट्सएप का इस्तेमाल भारत समेत कई देशों में संचार के लिए किया जाता है. ये लोकप्रिय ऐप उपयोगकर्ताओं को टेक्स्ट, इमेज, वीडियो और ऑडियो सामग्री आसानी से भेजने की अनुमति देता है. ये प्लेटफार्म पूर्णतया निःशुल्क है. ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए कई […]
नई दिल्ली : व्हाट्सएप का इस्तेमाल भारत समेत कई देशों में संचार के लिए किया जाता है. ये लोकप्रिय ऐप उपयोगकर्ताओं को टेक्स्ट, इमेज, वीडियो और ऑडियो सामग्री आसानी से भेजने की अनुमति देता है. ये प्लेटफार्म पूर्णतया निःशुल्क है. ऐसे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए कई फीचर्स ऑफर करता है ताकि यूजर का डेटा सुरक्षित रहे. ये जानने के लिए पढ़ें कि उपयोगकर्ता व्हाट्सएप पर अपनी सामग्री की सुरक्षा के लिए किन युक्तियों का उपयोग कर सकते हैं.
अगर यूजर्स को लगता है कि कोई उनकी चैट और बातचीत पर नजर रख रहा है तो वो डिसअपीयरिंग मैसेज फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं. बता दें कि इस फीचर की मदद से यूजर की सभी चैट एक निश्चित समय के बाद अपने आप डिलीट हो जाती हैं. इस मोड में यूजर्स के लिए 24 घंटे, 7 दिन और 90 दिन के विकल्प उपलब्ध हैं.
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यूजर्स अपनी चैट को ज्यादा सेफ करने के लिए चैटलॉक फीचर का सहारा ले सकते हैं. इस फीचर को शुरू करने के बाद डिवाइस पर कोई अवैध एक्सेस नहीं कर पाता है. इस फीचर के तहत यूजर किसी भी प्राइवेट चैट या अहम बातचीत को चैटलॉक के जरिए सुरक्षित कर सकते हैं.
व्हाट्सएप अपने यूजर्स को डिफॉल्ट तौर पर एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन फीचर की सुविधा देता है. इस फीचर की मदद से यूजर्स की सारी चैट सेफ रहती है. इस फीचर को ऑन रखने पर व्हाट्सएप खुद भी यूजर्स की चैट को नहीं पढ़ सकता है.
यूजर्स के कंटेंट को सुरक्षित करने के लिए कंपनी अननॉन और स्पैम कॉल के खिलाफ साइलेंस अननॉन कॉलर फीचर ला चुकी है. ये फीचर किसी भी स्कैम से यूजर्स को सुरक्षित करता है. साथ ही कॉल के दौरान आईपी एड्रेस को भी सेफ रखता है.
यूजर्स के बैकअप कंटेंट को सुरक्षित रखने के लिए एनक्रिप्टिड क्लाउड बैकअप फीचर मिलता है. इस फीचर की मदद से यूजर्स का क्लाउड बैकअप अन्य कंपनियों से सुरक्षित रहता है.
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