नई दिल्ली। आजकल के स्मार्टफोन में वायरस(Virus Alert) या मैलवेयर का आना एक आम बात हो गई है। दरअसल, वायरस एक तरह के मैलवेयर होते हैं जो खुद को एक नया रूप देने में माहिर होते हैं। ये किसी रक्तबीज की तरह होते हैं, जो एक बार सिस्टम में आ जाएं तो अपनी संख्या बढ़ाना […]
नई दिल्ली। आजकल के स्मार्टफोन में वायरस(Virus Alert) या मैलवेयर का आना एक आम बात हो गई है। दरअसल, वायरस एक तरह के मैलवेयर होते हैं जो खुद को एक नया रूप देने में माहिर होते हैं। ये किसी रक्तबीज की तरह होते हैं, जो एक बार सिस्टम में आ जाएं तो अपनी संख्या बढ़ाना शुरू कर देते हैं। इन वायरस की मदद से हैकर्स, सात समंदर दूर बैठ कर भी आसानी से आपके पूरे फोन का डाटा निकाल सकते हैं। यहां तक कि आपके सिस्टम पर पूरा कंट्रोल भी बना सकते हैं। आइए जानते हैं कि वायरस को डिटेक्ट कैसे किया जा सकता है।
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