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भारत सरकार जल्द ही मार्क जुकरबर्ग से जवाब-तलब करेगी, भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप

मेटा प्लेटफॉर्म के सीईओ जुकरबर्ग ने पॉडकास्ट इंटरव्यू में यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया कि कोविड के प्रति अपनी कमज़ोर प्रतिक्रिया के कारण भारत सरकार 2024 में चुनाव हार गई। वैष्णव ने ज़करबर्ग पर मेटा के फेसबुक प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करके गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया।

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Mark Zuckerberg
  • January 14, 2025 4:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 days ago

नई दिल्ली :  फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के बयानों ने उनकी कंपनी मेटा को मुश्किल में डाल दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा को एक संसदीय समिति ने तलब करने का फैसला किया है। मामला 2024 के लोकसभा चुनाव पर जुकरबर्ग की टिप्पणी से जुड़ा है। भाजपा सांसद और सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय समिति के अध्यक्ष निशिकांत दुबे ने कहा कि अफवाह फैलाने के आरोप में मेटा को तलब किया जाएगा।

कोविड को लेकर दिया बयान

निधिकांत दुबे ने कहा कि मेटा के लोगों को 20 से 24 जनवरी के बीच कमिटी के सामने पेश होने को कहा है। उन्होंने कहा कि जुकरबर्ग का भारत को लेकर दिया गया बयान गलत है और यह भारत विरोधी भी है। हम 20 जनवरी से 24 जनवरी के बीच मेटा के लोगों को बुलाएंगे। मेटा के लोगों को संसदीय समिति के सामने माफी मांगनी होगी, अन्यथा जो भी कार्रवाई जरूरी होगी की जाएगी। मार्क जुकरबर्ग ने कोविड को लेकर बयान दिया था जिसमें भारत का भी जिक्र किया गया था।

अश्विनी वैष्णव ने बताया गलत

वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे तथ्यात्मक रूप से गलत बयान बताया और इसका खंडन किया। उन्होंने कहा, “800 मिलियन लोगों के लिए मुफ्त भोजन, 2.2 बिलियन मुफ्त टीके और कोविड के दौरान दुनिया भर के देशों को सहायता से लेकर भारत को सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में आगे बढ़ाने तक, पीएम मोदी की निर्णायक तीसरी बार जीत सुशासन और जनता के भरोसे का प्रमाण है।”

गलत सूचना फैलाने का आरोप

जुकरबर्ग ने 10 जनवरी को एक पॉडकास्ट में कहा कि कोविड महामारी के कारण दुनिया भर में सत्तारूढ़ सरकारों पर भरोसा कम हुआ है। उन्होंने इस मामले में भारत का उदाहरण गलत तरीके से दिया। जुकरबर्ग ने कहा, ‘2024 दुनिया भर में एक बड़ा चुनावी साल था और कई देशों में चुनाव हुए। सत्ताधारी दल मूल रूप से हर चुनाव हार गए। यह एक तरह की वैश्विक घटना है, चाहे वह मुद्रास्फीति के कारण हो या कोविड से निपटने के लिए आर्थिक नीतियों के कारण या फिर सरकारों ने कोविड से कैसे निपटा है। ऐसा लगता है कि इसका वैश्विक प्रभाव पड़ा है।’

वैष्णव ने ज़करबर्ग पर मेटा के फेसबुक प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करके गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाया। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री ने मेटा को एक्स और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर टैग करते हुए कहा, “ज़करबर्ग से खुद गलत सूचना देना यह निराशाजनक है।

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