Technology: गूगल डीपमाइंड का रोबोट टेबल टेनिस खेलने में माहिर

नई दिल्ली: दुनिया में टेक्नोलॉजी का तेजी से विस्तार हो रहा है, खासकर रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र की बात की जाएं तो आए दिन कुछ न कुछ नई टेक्नोलॉजी पेश की जाती है। वहीं इस बीच Google DeepMind के रिसर्चर्स ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो टेबल टेनिस खेलने में […]

Advertisement
Technology: गूगल डीपमाइंड का रोबोट टेबल टेनिस खेलने में माहिर

Yashika Jandwani

  • August 9, 2024 6:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: दुनिया में टेक्नोलॉजी का तेजी से विस्तार हो रहा है, खासकर रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र की बात की जाएं तो आए दिन कुछ न कुछ नई टेक्नोलॉजी पेश की जाती है। वहीं इस बीच Google DeepMind के रिसर्चर्स ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो टेबल टेनिस खेलने में माहिर है और अब तक कई खिलाड़ियों को मात दे चुका है। इस रोबोट में 6 DoF ABB 1100 वाली मॉर्डन आर्म्स का इस्तेमाल किया गया है, जो इस रोबोट को खेल में उम्दा बनाते है.

रोबोट का डिजाइन

इस रोबोट को कई छोटे-बड़े हिस्सों से मिलकर डिजाइन किया गया है। बड़े हिस्से इसे सोच-समझकर फैसले लेने में सक्षम बनाते हैं, जबकि छोटे हिस्से इसे विशेष कार्य करने में कौशल बनाते है। रिसर्चर्स ने इसे इस तरह विकसित किया है कि यह अपने विरोधी के खेल को समझते हुए अपनी रणनीति बदल सकता है और सही समय पर निर्णय ले सकता है।

प्रोफेशनल प्लेयर्स को दी टक्कर

हालांकि, यह रोबोट शुरुआती खिलाड़ियों को आसानी से हरा चुका है, लेकिन पेशेवर खिलाड़ियों के सामने इसे चुनौतियों का सामना करना पड़ा। प्रोफेशनल प्लेयर्स के खिलाफ यह सभी मुकाबले हार गया। इसकी मुख्य वजह यह है कि तेज गति वाली गेंदों को संभालने में रोबोट को दिक्कत होती है। निर्णय लेने और प्रतिक्रिया देने में समय लगने के कारण, रोबोट को पेशेवर खिलाड़ियों के सामने कमजोर पाया गया हैं. इस समस्या को हल करने के लिए वैज्ञानिक नए नियंत्रण तरीकों पर काम कर रहे हैं।

Google deepmind's AI-powered robot

खिलाड़ियों का क्या कहना

रोबोट के साथ खेलने के बाद 29 में से 26 खिलाड़ियों ने फिर से खेलने की इच्छा जताई हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि रोबोट के साथ खेलने का अनुभव अनोखा और मज़ेदार हैं। अगर एआई और रोबोटिक्स के क्षेत्र में इस प्रकार के इनोवेशन जारी रहते हैं, तो भविष्य में हमें बड़े खेल आयोजनों में रोबोट्स और इंसानों के बीच मुकाबले देखने को मिल सकता हैं। हालांकि ऐसा संभव होगा या नहीं यह तो वक़्त ही बताएगा।

यह भी पढ़ें: Google free service: फ्री सर्विस देने के बाद Google हर मिनट कैसे कमा रहा 2 करोड़ रुपये?

Advertisement