आज देश के पहले प्रधानमंत्री चाचा नेहरू के जन्मदिन के मौके पर देश बाल दिवस मना रहा है और आज गूगल भी उसी रंग में रंगा दिख रहा है लेकिन क्या आपको पता है कि आज का डूडल पुणे की 11 वर्षीय अन्विता प्रशांत तेलांग ने बनाया है.
अगर आप भी अपने स्मार्टफोन में खूब मैसेजिंग करते हैं तो इमोजी से आप परिचित होंगे. अगर नहीं भी हैं तो बता दें कि मुस्कुराते या उदास से गोल मटोल से वह चेहरे जिनसे आप चैट में अपना एक्सप्रेशन जाहिर करते है. सिर्फ चेहरे ही नहीं उस सूची में दिखने वाली सभी छोटी-छोटी तस्वीरें इमोजी कहलाती हैं.
रिलायंस जिओ ने बाज़ार में दस्तक देने के बाद से ही अपने फ्री इंटरनेट और कॉल्स की वजह से डंका बजाया हुआ है. अभी तक रिलायंस के इस प्लान का तोड़ कोई टेलीकॉम कंपनी नहीं निकाल पाई है.
रिलायंस जिओ ने फ्री इंटरनेट और कॉल्स की सेवा देकर ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित किया था. रिलायंस जिओ लॉन्च होने के बाद से ही सुर्खियों में बना हुआ है. अब जिओ जल्द ही फ्री अनलिमिटेड कॉल्स को सीमित करने की तैयारी में हैं.
भले ही हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी को भारतीय सेना ने मार गिराया है. लेकिन उसने फिर से गेम के रूप में जन्म ले लिया है. बुरहान वानी का जन्म वीडियो गेम के जरिए हुआ है जिसमें वह आजादी की मांग कर रहा है.
टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने अपने दिल्ली और मुम्बई सर्किल के ग्राहकों के लिए डेटा और टॉकटाइम बैलेंस क्रेडिट की सुविधा देने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा की थी. जिसके बाद कंपनी ने नोट बंद होने के चलते यह फैसला लिया है.
500 और 1000 के नोट सरकार की ओर से बंद किये जाने के बाद लोग बैंकों और एटीएम की लाइन में लगे हुए हैं. फिलहाल स्थिति सामान्य होने में हो सकता है 2 से 3 सप्ताह का समय लग जाए. ऐसा खुद वित्तमंत्री अरुण जेटली एक साक्षात्कार में कह चुके हैं.
प्रधानमंत्री के 500 और 1000 के नोट को बंद किये जाने के फैसले के बाद हर कोई अपनी-अपनी तरह से प्रतिक्रिया दे रह है. यही हाल नेताओं का भी है. जहां सरकार के इस फैसले को कई नेता सही मान रहे हैं तो कई ने इस पर सवाल भी उठाये हैं.
ई-कॉमर्स साइट ईबे जल्द ही बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है. कंपनी के प्रवक्ता का कहना है कि यह छंटनी बेंगलूरु में होनी है. ईबे इंडिया करीब 100 कर्मचारियों की छंटनी कर सकता है.
500 और 1000 का नोट बंद होने के बाद भले ही आम लोगों को कतारों में घंटों खड़ा होना हो लेकिन इस फैसले से पेटीएम को खूब फायदा हुआ है. दरअसल लोगों के कैशलेस होते ही पेटीएम के बिजनेस ने रफ़्तार पकड़ ली है.