नई दिल्ली: इंटरनेट पर जानकारी खोजने के लिए अब तक लोग गूगल और माइक्रोसॉफ्ट बिंग जैसे सर्च इंजन का सहारा लेते थे, लेकिन अब एक नया ऑप्शन उभर कर सामने आया है “सर्चजीपीटी”। यह नया फीचर ओपनएआई ने अपने चैटबॉट ChatGPT में जोड़ा है, जिसे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं को टक्कर देने की क्षमता […]
नई दिल्ली: इंटरनेट पर जानकारी खोजने के लिए अब तक लोग गूगल और माइक्रोसॉफ्ट बिंग जैसे सर्च इंजन का सहारा लेते थे, लेकिन अब एक नया ऑप्शन उभर कर सामने आया है “सर्चजीपीटी”। यह नया फीचर ओपनएआई ने अपने चैटबॉट ChatGPT में जोड़ा है, जिसे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं को टक्कर देने की क्षमता के रूप में देखा जा रहा है।
“सर्चजीपीटी” ओपनएआई का नया सर्च इंजन फीचर है, जो ChatGPT यूजर्स को इंटरनेट से लाइव अपडेट्स उपलब्ध कराता है। वहीं इस फीचर का उद्देश्य यूजर्स को न्यूज़, खेल, मौसम, स्टॉक प्राइस जैसी ताज़ा और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करना है। इसके अलावा, अब ChatGPT अपनी टीम के साथ सोर्स भी दिखा सकता है, जिससे यूजर्स को और अधिक भरोसेमंद जानकारी मिल सके।
ओपनएआई का दावा है कि उनका यह फीचर वर्तमान सर्च इंजन के मुकाबले ज्यादा तेज़ होगा। अभी यह केवल ChatGPT Plus और Team यूजर्स के लिए उपलब्ध है, लेकिन जल्द ही इसे फ्री यूजर्स के लिए भी लॉन्च किया जाएगा।
सर्चजीपीटी की लॉन्चिंग के बाद टेक उद्योग में हलचल मच गई है। गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट के स्टॉक्स में क्रमश 2% और 6% की गिरावट आई है। निवेशकों को यह चिंता है कि इस नए सर्च फीचर की वजह से गूगल और माइक्रोसॉफ्ट को चुनौती मिल सकती है। खासतौर पर माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में लगभग 14 बिलियन डॉलर का निवेश किया है, इसलिए Bing पर इसका प्रभाव चिंता का विषय है।
ओपनएआई का सर्च मॉडल GPT-4 के एक स्पेशल एडिशन पर बेस्ड है, जिसमें समाचार और ब्लॉग पोस्ट जैसी चीज़ों के लिंक भी शामिल हैं। इस तरह का AI-पावर्ड सर्च इंजन यूजर्स को एक विज्ञापन-मुक्त अनुभव प्रदान करता है, जो कि गूगल के मुकाबले अधिक साफ और बेहतर सर्च ऑप्शन की तरह माना जा रहा है। इस लॉन्च के बाद ChatGPT का सर्च इंटरफेस अन्य AI आधारित सर्च इंजनों जैसे Perplexity के समान मन जा रहा है.
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