हाल ही में सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा था कि आईफोन और एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में कैब बुकिंग और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट्स की कीमतों में अंतर दिखाया जाता है। टेस्ट में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी कीमतों की जांच की गई.
नई दिल्ली: हाल ही में सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा था कि आईफोन और एंड्रॉइड स्मार्टफोन्स में कैब बुकिंग और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट्स की कीमतों में अंतर दिखाया जाता है। कहा जा रहा था कि आईफोन यूजर्स को एंड्रॉइड की तुलना में अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। वहीं हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें ये देखा गया इस बात में सच्चाई है?
रिपोर्ट के अनुसार, एक टेस्ट किया गया, जिसमें आईफोन और एंड्रॉइड दोनों पर एक ही समय और स्थान से कैब बुक की गई। दोनों ही डिवाइस पर किराया समान था। यदि किसी को कीमतों में अंतर दिखता है, तो इसके पीछे कई अन्य कारण हो सकते हैं। उबर जैसी कैब सेवा कंपनियों के अनुसार, किराया कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है। इनमें पिकअप और ड्रॉप लोकेशन, ट्रैफिक, यात्रा का समय और अनुमानित दूरी शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि वह किसी राइडर के फोन की कंपनी देखकर किराए में बदलाव नहीं करती।
टेस्ट में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर भी कीमतों की जांच की गई। रेडमी स्मार्टफोन के लिए सर्च करने पर आईफोन और एंड्रॉइड दोनों पर कीमतें समान थीं, भले ही लोकेशन अलग-अलग थी। वहीं ग्रॉसरी और अन्य उत्पादों की कीमतों में भी अंतर नहीं दिखा।
यदि कीमतों में कभी फर्क दिखता है, तो इसके पीछे कुछ कुछ कारण हो सकते हैं।
1. प्रीमियम मेंबरशिप: अगरआपने फास्ट डिलीवरी या अतिरिक्त सेवाएं चुनी हैं, तो आपको ज्यादा कीमत दिख सकती है।
2. कैब बुकिंग टिप: आपने ड्राइवर के लिए एडवांस टिप सेलेक्ट की है, तो किराया ज्यादा होगा।
3. खाते का बैलेंस: कई बार आपका बैलेंस माइनस में होने पर फाइनल बिल अधिक हो सकता है।
उबर ने अपनी वेबसाइट पर स्पष्ट किया है कि किराया ट्रिप की दूरी, समय, ट्रैफिक और डिमांड पैटर्न जैसे फैक्टर्स पर आधारित होता है। स्मार्टफोन ब्रांड के आधार पर किराए में कोई बदलाव नहीं किया जाता। इसके साथ ही आईफोन और एंड्रॉइड पर कीमतों में अंतर होने का दावा महज एक अफवाह है।
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