नई दिल्ली: सरकार ने ब्रॉडबैंड की परिभाषा बदल दी है। इस वजह से उन इलाकों में इंटरनेट सेवा बेहतर होनी चाहिए जहाँ नेटवर्क अभी भी कमजोर है। नए नियमों के तहत अगर इंटरनेट स्पीड अगर 2 मेगाबाइट प्रति सेकंड से कम है तो इसे ब्रॉडबैंड के रूप में नहीं गिना जाएगा। अभी तक 512 किलोबाइट […]
नई दिल्ली: सरकार ने ब्रॉडबैंड की परिभाषा बदल दी है। इस वजह से उन इलाकों में इंटरनेट सेवा बेहतर होनी चाहिए जहाँ नेटवर्क अभी भी कमजोर है। नए नियमों के तहत अगर इंटरनेट स्पीड अगर 2 मेगाबाइट प्रति सेकंड से कम है तो इसे ब्रॉडबैंड के रूप में नहीं गिना जाएगा। अभी तक 512 किलोबाइट प्रति सेकंड की स्पीड वाला इंटरनेट ब्रॉडबैंड कैटिगरी में बना हुआ है। दूसरी ओर, टेलीकॉम रेग्युलेटर TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों को हर तीन महीने में टेलीकॉम सर्विस की क्वालिटी पर राज्य रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है। आपको बता दें, शुक्रवार को ही यह निर्देश जारी किया गया था।
भारत में भले ही 5G सर्विसेस की शुरुआत हो चुकी हों लेकिन अभी भी ये सर्विस सभी लोगों की पहुँच में नहीं हैं. धीरे-धीरे Jio और Airtel देश के चुनिंदा शहरों में अपनी सर्विस प्रोवाइड कर रहे हैं. इसके साथ ही इस सर्विस का विस्तार किया जाएगा. लेकिन 5G लॉन्च होने के साथ कई लोगों में इसके इस्तेमाल को लेकर उत्सुकता है. इसी उत्सुकता का फायदा अब स्कैमर्स उठा रहे हैं. जो लोगों को फंसाने के लिए अब 5G का सहारा ले रहे हैं. आइए आपको बताते हैं क्या है नया 5G स्कैम.
JIO और AIRTEL अपनी 5G सर्विस लॉन्च कर चुके हैं. Vi और BSNL के यूजर्स को अभी भी 5G के लिए इंतजार करना होगा क्योंकि ये सर्विस अभी भी सभी शहरों में शुरू नहीं हुई है। इसे लेकर यूज़र्स के मन में अभी भी कई सवाल हैं। ऐसे में जालसाज़ मौके का फायदा उठाने में लगे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक़ ठग 5G नेटवर्क के नाम पर ठग लोगों का अकाउंट खाली कर रहे हैं। खासकर Voda-Idea के ख़रीदार ठगी का शिकार बन रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि टेलीकॉम ने अब तक अपनी 5G सर्विस लॉन्च नहीं की है। ऐसे में शातिर ठग के चंगुल में आसानी से आम लोग फँस रहे हैं।
शातिर ठग Vi यूजर्स को फिशिंग मैसेज के जरिए फसा रहे हैं जिसमें एक फिशिंग लिंक है। मैसेज के ज़रिए ठग आपको लिंक पर क्लिक करने के लिए कहते हैं। इन शातिर जालसाज़ के मैसेज में ‘Vi 5G नेटवर्क लाइव हो चुका है. नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें या फिर अपग्रेड के लिए कॉल करें.’ लिखा होता है। हालाँकि ये लिंक पेटीएम अकाउंट का होता है जिसे क्लिक करते ही आप ठगों के जाल में फँस जाते हैं।