नई दिल्ली। OpenAI के द्वारा बनाए गए चैटबॉट ChatGPT का उपयोग करने के लिए यूजर्स को साइनअप करना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बता दें कि अब यूजर्स को ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए अकाउंट बनाने या साइनअप करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अब ये सभी यूजर्स के लिए बिना किसी झंझट […]
नई दिल्ली। OpenAI के द्वारा बनाए गए चैटबॉट ChatGPT का उपयोग करने के लिए यूजर्स को साइनअप करना पड़ता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बता दें कि अब यूजर्स को ChatGPT का इस्तेमाल करने के लिए अकाउंट बनाने या साइनअप करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अब ये सभी यूजर्स के लिए बिना किसी झंझट के उपलब्ध है। चैट जीपीटी ने ये खास सुविधा उन लोगों के लिए पेश की है जो बिना अपनी जानकारी शेयर किए इसका उपयोग करना चाहते हैं।
बता दें कि मुफ्त में ChatGPT यूजर्स के लिए लिमिटेड फीचर्स ही मिलते हैं। पहले इसे इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अपनी पर्सनल जानकारी शेयर करनी होती थी, जो प्राइवेसी के लिहाज से कई यूजर्स के लिए चिंताजनक थी। लेकिन वहीं अब OpenAI की इस नई सुविधा के मिलने के बाद यूजर्स के लिए कुछ रिस्ट्रिक्शन भी लगाए गए हैं।
जैसे कि बिना अकाउंट बनाए चैट जीपीटी इस्तेमाल करते समय यूजर्स चैट्स और कस्टम इंस्ट्रक्शन नहीं बना पाएंगे और अकाउंट को पेड प्लस सब्सक्रिप्शन में भी नहीं बदल सकेंगे। इस संबंध में चैट जीपीटी का कहना है कि ऐसा करने के बाद 185 देशों के करीब 100 मिलियन लोगों को इसका फायदा होगा। साथ ही इससे उन्हें बहुत कुछ सीखने को भी मिलेगा।
इसके लिए OpenAI द्वारा सेफ्टी के लिए अधिक प्रतिबंधात्मक कॉन्टैंट पाॉलिसी भी बनाई गई हैं। इसके अलावा अलग-अलग कैटेगरी के लिए कुछ सेफगार्ड्स भी लाए गए हैं। हालांकि चैट जीपीटी में इन पॉलिसी के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI के प्रवक्ता ने कहा कि बिना अकाउंट के चैट जीपीटी अनुभव में मौजूदा सेफगार्ड्स शामिल होंगे। यही नहीं, OpenAI अपने मॉडलों को प्रशिक्षित करने के लिए खाता-मुक्त यूजर्स द्वारा की गई क्वेरी का इस्तेमाल करेगा, लेकिन कोई भी व्यक्ति इस डेटा को बाहर नहीं निकाल सकेगा। बावजूद की उनके पास OpenAI का खाता हो।