Nasa Curiosity Rover Discovers Alien Life: नासा के वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर आश्चर्यजनक रूप से उच्च मात्रा में मीथेन गैस की खोज की है जो लाल ग्रह पर जीवन का संकेत देती है. परिणामों की पुष्टि के लिए विज्ञान टीम डेटा का विश्लेषण कर रही है.
नई दिल्ली. नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल की सतह पर उच्च मात्रा में मीथेन गैस की खोज की है जो ग्रह पर विदेशी जीवन होने की संभावना है. पृथ्वी पर मीथेन आमतौर पर जीवित चीजों द्वारा निर्मित होता है इसलिए गैस की खोज महत्वपूर्ण है. न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अंतरिक्ष एजेंसी के क्यूरियोसिटी रोवर ने बुधवार को इसकी खोज की है. इस मिशन के लिए वैज्ञानिक अश्विन आर वासवदा ने द न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा प्राप्त ईमेल में विज्ञान टीम को लिखा कि यह आश्चर्यजनक परिणाम है इसके लिए एक फॉलो-अप परीक्षण आयोजित किया गया था.
हालांकि गैस को जियोलॉ़जिकल प्रक्रियाओं से उत्पन्न किया जा सकता है. लेकिन इसका अधिकांश भाग माइक्रो-ऑर्गेनिस्म के जरिए जारी करते है. जिसे मेथनोगन्स के रूप में जाना जाता है. हालांकि नासा के विज्ञान मिशन निदेशालय के थॉमस जुर्बुचेन ने इस खोज पर सावधानी बरतने की सलाह दी है. थॉमस जुर्बुचेन ने ट्वीट कर कहा कि “मंगल पर क्यूरियोसिटी द्वारा मापे गए मीथेन के स्तर में वृद्धि हुई है, जो जीवन के लिए संभव संकेतक के रूप से रोमांचक हैं. लेकिन यह याद रखना भी जरूरी है कि यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह एक प्रारंभिक विज्ञान परिणाम है.” उन्होंने कहा कि “वैज्ञानिक अखंडता बनाए रखने के लिए, विज्ञान टीम परिणामों की पुष्टि करने से पहले डेटा का विश्लेषण करना जरूरी है.”
While increased methane levels measured by @MarsCuriosity are exciting, as possible indicators for life, it’s important to remember this is an early science result. To maintain scientific integrity, the #science team will continue to analyze the data before confirming results. pic.twitter.com/zSrONQHuc5
— Thomas Zurbuchen (@Dr_ThomasZ) June 22, 2019
यह भी संभव है कि मीथेन गैस प्राचीन है, मंगल के अंदर लाखों वर्षों से फंसा हुई है और सतह पर दरार के माध्यम से फट रही है. लेटेस्ट मेजरमेंट मे पता चला है कि हवा में मिथेन के प्रति अरब 21 भाग पाए गए है जो 2013 के मेजरमेंट के तीनगुना है. नासा ने शनिवार दोपहर को एक बयान में मीथेन की खोज को “प्रारंभिक विज्ञान परिणाम” बताया है. एक प्रवक्ता ने कहा कि “वैज्ञानिक अखंडता बनाए रखने के लिए, परिणाम की पुष्टि करने से पहले परियोजना विज्ञान टीम डेटा का विश्लेषण करगी.” इस सप्ताहांत के फॉलो अप प्रयोगों के परिणामों को सोमवार को पृथ्वी पर वापस भेजे जाने की उम्मीद है.
We don’t yet know where methane on Mars comes from. A leading idea is that methane on Mars is being released from underground reservoirs created by past biology. But sometimes, methane is a sign of geology rather than biology. Learn more: https://t.co/pu24GcHG1k pic.twitter.com/bHsv04u1vb
— Thomas Zurbuchen (@Dr_ThomasZ) June 22, 2019