नई दिल्ली : फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने एक बार फिर बड़े स्तर पर छंटनी की है. कंपनी अपने 10 हजार कर्मचारियों को सीधा निकालने वाली है. बता दें, पिछले साल मेटा ने अपने 11 हजार कर्मचारियों को काम से निकाला था. इसी कड़ी में इस साल 10 हजार कर्मचारियों की बर्खास्ती की जा […]
नई दिल्ली : फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने एक बार फिर बड़े स्तर पर छंटनी की है. कंपनी अपने 10 हजार कर्मचारियों को सीधा निकालने वाली है. बता दें, पिछले साल मेटा ने अपने 11 हजार कर्मचारियों को काम से निकाला था. इसी कड़ी में इस साल 10 हजार कर्मचारियों की बर्खास्ती की जा रही है. एक ब्लॉग पोस्ट में मेटा ने इस छंटनी की जानकारी दी है जहां कंपनी ने इसके लिए अपने कर्मचारियों से माफ़ी भी मांगी है.
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई बार मेटा बड़े स्तर पर अपने कर्मचारियों की छंटनी कर चुका है. जहां कंपनी के CEO मार्क जकरबर्ग ने बताया कि कंपनी आने वाले कुछ महीनों में भी और पांच हजार कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे बताया कि ये फैसला कंपनी के लिए काफी मुश्किल भरा रहा. उनके शब्दों में, ‘मुझे लगता है कि अब हमें खुद को इसके लिए तैयार कर लेना चाहिए। क्योंकि अब ये नई आर्थिक वास्तविकता है जो आने वाले कई सालों तक रहेगी. ‘ आगे उन्होंने टेक ग्रुप में छंटनी की प्रक्रिया अप्रैल महीने तक पूरी होने की उम्मीद जताई है, जबकि बिजनेस ग्रुप में मई तक ये पूरी हो सकती है. हालांकि, ये प्रक्रिया कुछ मामलों में इस साल के आखिर तक चल सकती है.
बता दें, मेटा के शेयर में जकरबर्ग की इस छंटनी के ऐलान के बाद छह प्रतिशत का उछाल आ गया. कंपनी को इस छंटनी से अपने खर्चों में कटौती होने की आशा है साथ ही मेटा ने बताया था कि 2023 में कंपनी का कुल खर्च 86 अरब डॉलर से 92 अरब डॉलर के बीच पहुंच सकता है . जबकि, पहले यह 89 अरब डॉलर से 95 अरब डॉलर के बीच तक हो सकता था.
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में मेटा ने 11 हजार कर्मचारियों को निकाला था. 18 साल के इतिहास में कंपनी ने पहली बार इतनी बड़ी छंटनी की थी. मेटा में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 2022 के आखिर तक 86,482 है. 2022 से लेकर अब तक कंपनी 2.90 लाख कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है. वहीं इस साल 40 फ़ीसदी तक कर्मचारी निकाल दिए जाएंगे.
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