इस फ्रॉड में अपराधी सबसे पहले आपके अकाउंट में एक बड़ी रकम, जैसे 5,000 रुपये, ट्रांसफर करते हैं। इसके बाद आपको एक एसएमएस भेजा जाता है, जिसमें पैसे गलती से ट्रांसफर होने का दावा किया जाता है। सावधान रहने के लिए आगे पढ़ें...
नई दिल्ली: तमिलनाडु पुलिस की साइबर क्राइम विंग ने एक नए तरीके के साइबर स्कैम ‘जंप्ड डिपॉजिट’ को लेकर चेतावनी जारी की है। यह स्कैम खासतौर पर मोबाइल बैंकिंग और UPI यूजर्स को निशाना बना रहा है। लेकिन क्या है ये जंप्ड डिपॉजिट स्कैम आइए जानते है।
इस फ्रॉड में अपराधी सबसे पहले आपके अकाउंट में एक बड़ी रकम, जैसे 5,000 रुपये, ट्रांसफर करते हैं। इसके बाद आपको एक एसएमएस भेजा जाता है, जिसमें पैसे गलती से ट्रांसफर होने का दावा किया जाता है। साथ ही, बैलेंस चेक करने के लिए एक लिंक भी दिया जाता है। वहीं लोग अक्सर उत्सुकता में उस लिंक पर क्लिक कर देते हैं, जो सीधे UPI ऐप पर रीडायरेक्ट करती है। जैसे ही यूजर अपना पिन डालता है, अपराधी तुरंत बड़ी रकम, जैसे 50,000 रुपये, रिवर्स ट्रांजेक्शन के रूप में अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते हैं।
इस स्कैम में न तो आपके फोन पर कोई कॉल आती है, न कोई सॉफ्टवेयर इंस्टॉल होता है और न ही कोई हैकिंग की जाती है। इसमें अपराधी केवल UPI के रिवर्स ट्रांजेक्शन फीचर का इस्तेमाल कर इस फर्जीवाड़े को अंजाम देते हैं। बता दें अगर आप UPI ऐप पर पिन डालते हैं, तो अपराधी तुरंत आपके अकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं। इस पूरे प्रोसेस में कुछ ही मिनट लगते हैं।
तमिलनाडु साइबर क्राइम विंग ने इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए कुछ अहम सुझाव दिए हैं
1.किसी भी अंजान एसएमएस या लिंक पर क्लिक न करें।
2.अगर गलती से UPI ऐप ओपन हो जाए, तो जानबूझकर गलत पिन डालें। इससे लेनदेन रद्द हो जाएगा।
3.कोई संदेह हो, तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।
4.ऐसे मैसेज मिलने के बाद कम से कम 30 मिनट तक UPI का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इस समय में रिवर्स रिक्वेस्ट का समय समाप्त हो जाता है।
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