नई दिल्ली: Apple iPhones का आज कल के समय में अच्छा-खासा क्रेज है, लेकिन लोगों के बीच iPhone की ऐसी दीवानगी को देखते हुए जालसाज भी एक्टिव हो जाते हैं और इस चीज का फायदा उठाते हैं. अब वैसे तो हर कोई चाहता है कि महंगा iPhone कैसे भी सस्ते में मिल जाए. जालसाज इस […]
नई दिल्ली: Apple iPhones का आज कल के समय में अच्छा-खासा क्रेज है, लेकिन लोगों के बीच iPhone की ऐसी दीवानगी को देखते हुए जालसाज भी एक्टिव हो जाते हैं और इस चीज का फायदा उठाते हैं. अब वैसे तो हर कोई चाहता है कि महंगा iPhone कैसे भी सस्ते में मिल जाए. जालसाज इस बात को ध्यान में रखकर ऑनलाइन कम कीमत वाला iPhone का विज्ञापन निकालते हैं. जिसके बाद जब ऑनलाइन ऑर्डर और पेमेंट करने के बाद जैसे ही घर पहुंचता है तो वो नकली या डुप्लीकेट निकलता है. इसी तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं. असली या नकली आईफोन में अंतर कर पाना वैसे तो मुश्किल होता है. लेकिन आज हम आपको ऐसे तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप चेक कर सकते हैं कि आपका iPhone असली है या नकली…
सभी फोन में IMEI नंबर होता है और इसी तरह iPhone में भी IMEI नंबर होता है. फोन असली है या नकली इसके लिए पहले IMEI नंबर सर्च करने के लिए सेटिंग्स में जाएं और जनरल सेटिंग्स पर क्लिक करें. अबाउट ऑप्शन पर क्लिक करके नीचे की तरफ आएं. अगर वहां पर आपका IMEI नंबर नहीं है तो समझ जाइए कि आपका फोन कॉपी या नकली है.
आपको बता दें, स्मार्टफोन्स एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करते हैं, लेकिन iPhone iOS पर काम करते हैं. और इसी के चलते कई मामलों में iOS एंड्रॉइड से बिल्कुल अलग है. कई नकली iPhone दिखने में तो iPhone की तरह होते हैं, लेकिन इसके अंदर एंड्रॉइड सिस्टम मिलता है. इसे चेक करने के लिए आप सेटिंग्स में जाएं और सॉफ्टवेयर पर टैप करें. iOS में सफारी, हेल्थ और iMovie जैसे ऐप्स होते हैं. अगर आपके पास ये ऐप्स है तो iPhone असली है.
डुप्लीकेट आईफोन की बॉडी को सस्ते मटेरियल से तैयार किया जाता है. ऐसे में असली मॉडल से नकली iPhoneथोड़ा अलग होता है. पहली नजर में आपको iPhoneअसली लगे, लेकिन गौर से देखने पर समझ जाएंगे की फोन का डिजाइन काफी हद तक अलग है. आपको इसके नॉच, फ्रेम और कैमरा मॉड्यूल को बहुत ध्यान से देखना चाहिए. iPhone टाइप सी पोर्ट के साथ नहीं आते हैं, ऐसे में आप चार्जिंग पोर्ट भी अच्छे से चेक करें.